उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में रविवार, 15 जून 2025 को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें मिट्टी की खुदाई के दौरान छह मकान ढह गए। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि सात लोग मलबे में दबे हुए हैं। घटना के बाद से राहत और बचाव कार्य जारी है|
हादसा कैसे हुआ?
मथुरा के एक गांव में मिट्टी की खुदाई का काम चल रहा था। खुदाई के दौरान अचानक मिट्टी का टीला ढह गया, जिससे आसपास के छह मकान मलबे में दब गए। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई और सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
राहत और बचाव कार्य
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं। जेसीबी मशीनों की मदद से मलबे को हटाने का कार्य शुरू किया गया। बारिश और अंधेरे के बावजूद राहत कार्य जारी है। स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में प्रशासन की मदद कर रहे हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
मथुरा के जिलाधिकारी ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि हादसे में घायल हुए लोगों को हर संभव मदद दी जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्थानीय निवासियों से संयम बनाए रखने की अपील की है।
घटनास्थल का दृश्य
हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल था। लोगों की चीखें और मलबे में दबे लोगों की मदद के लिए की जा रही कोशिशें दिल दहला देने वाली थीं। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल किया गया। बारिश के कारण राहत कार्य में कठिनाइयाँ आ रही थीं, लेकिन प्रशासन और स्थानीय लोगों ने मिलकर बचाव कार्य को तेज किया।
प्रभावित परिवारों की स्थिति
हादसे में जिन परिवारों के सदस्य मलबे में दबे हैं, उनकी स्थिति अत्यंत दयनीय है। परिजन अपने प्रियजनों की सलामती की दुआ कर रहे हैं। मृतकों के परिवारों में मातम का माहौल है और घायलों के परिजन अस्पतालों में उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
भविष्य में इस तरह के हादसों से बचाव के उपाय
- निर्माण कार्यों की निगरानी: स्थानीय प्रशासन को निर्माण कार्यों की नियमित निगरानी करनी चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचा जा सके।
- सुरक्षा मानकों का पालन: निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना चाहिए।
- स्थानीय लोगों की जागरूकता: स्थानीय लोगों को निर्माण कार्यों से संबंधित खतरों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
- आपातकालीन सेवाओं की तत्परता: आपातकालीन सेवाओं को हर समय तैयार रहना चाहिए ताकि किसी भी हादसे की स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।
यह हादसा मथुरा जिले के लिए एक चेतावनी है कि निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को मिलकर इस दिशा में कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में इस प्रकार के हादसों से बचा जा सके।
यदि आप इस हादसे से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप मथुरा जिले के स्थानीय समाचार पत्रों और प्रशासनिक कार्यालयों से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, आप उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर भी इस विषय में अपडेट्स प्राप्त कर सकते हैं।