मॉस्को: रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन (Vladimir Putin) अगले साल अपना पद छोड़ सकते हैं. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक वे पार्किंसंस (Parkinson) बीमारी से पीड़ित हैं और उनकी यह बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है. पुतिन (68) की गर्लफ्रेंड और पूर्व जिम्नास्ट खिलाड़ी एलिना काबेवा (37) ने उनकी बढ़ती तकलीफ को देखकर उनसे पद छोड़ने का आग्रह किया है.
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों एक टीवी फुटेज में पुतिन लड़खड़ाते दिखे थे और उनकी आंखे भी स्थिर नहीं हो पा रही थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि पुतिन फुटेज में अपनी उंगलियों को चटकाते हुए भी दिखाई दिए जब उन्होंने एक कप को पकड़ा हुआ था. जिसमें संभवतः दवा थी. पुतिन के पद छोड़ने की चर्चा ऐसे समय सामने आई है. जब पिछले सप्ताह पुतिन के सामने एक विधेयक पेश किया है. जिसमें उनके आजीवन सीनेटर बने रहने का प्रावधान किया गया है. इस प्रावधान के पास होने के बाद पुतिन का जिंदगी भर के लिए रूस के राष्ट्रपति बने रहने का रास्ता भी साफ हो जाता.
शरीर को लाचार कर देती है पार्किंसंस बीमारी – पार्किंसंस रोग में दिमाग की संदेश पहुंचाने वाली कोशिकाओं का शरीर के अंगों से संपर्क धीरे-धीरे टूटने लगता है. जिससे वे अंग दिमाग द्वारा दिए भेजे जा रहे संदेशों को ग्रहण नहीं कर पाते और वे अक्षमता का शिकार होने लगते हैं. इस बीमारी से मानव शरीर में कंपकंपी, कठोरता, चलने में परेशानी होना, संतुलन और तालमेल आदि समस्याएं होने लगती हैं. यह बीमारी शुरू में लकवे जैसी लगती है लेकिन बाद में गंभीर रूप धारण ले लेती है.
Vladimir Putin plans to step down next year amid health concerns, report claims https://t.co/FkTplAscRK pic.twitter.com/EgX8chxPcW
— New York Post (@nypost) November 6, 2020
16 साल तक खुफिया अधिकारी रहे
व्लादीमिर पुतिन 16 साल तक सोवियत संघ की गुप्तचर संस्था KGB में अधिकारी रहे. वहां से 1991 में सेवानिवृत्त होने के पश्चात उन्होंने अपने पैतृक शहर सेंट पीटर्सबर्ग से राजनीति में कदम रखा. वे 1996 में मास्को में राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन के प्रशासन में शामिल हो गए. येल्तसिन के अचानक इस्तीफा दे देने के कारण वे 31 दिसम्बर 1999 को रूस के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने. इसके बाद पुतिन ने वर्ष 2000 और फिर 2004 का राष्ट्रपति चुनाव जीता.