वाशिंगटन : अमेरिका में फुली वैक्सीनेटेड लोग घरेलू यात्रा कर सकते हैं और उन्हें संक्रमण का रिस्क भी कम रहेगा. सीडीसी इसकी घोषणा कर चुका है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें सावधानी नहीं बरतनी चाहिए. कोविड-19 संक्रमणों को रोकने के लिए सरकार की ओर से अप्रूव टीके प्रभावी हैं. लेकिन सीडीसी के अनुसार फुली वैक्सीनेटेड लोग भी कोविड -19 से संक्रमित हो सकते हैं और वायरस को दूसरों तक पहुंचा सकते हैं.
सीडीसी ने हाल ही में ट्रैवल करने वाले वैक्सीनेटेड लोगों के लिए जारी गाइडलाइंस में कहा कि वैक्सीन कितने समय तक कोविड -19 से बचाव करती है और कोरोना वायरस वेरिएंट से बचाव की स्टडी अभी भी चल रही है.
सीडीसी की आज रिपोर्ट में कहा गया है कि सीडीसी ने पाया कि हवाई जहाज में लोगों के मास्क नहीं पहनने या फिर मास्क में गैप होने से संक्रमण फैल सकता है. सीडीसी ने निष्कर्ष निकाला कि एयरलाइंस के मिडिल सीट खाली रखने से एयरबोर्न पार्टिकल्स से फैलने वाले संक्रमण को 23 से 57 फीसदी तक कम किया जा सकता है. फिलहार डेल्टा कंपनी को छोड़कर सभी प्रमुख अमेरिकी एयरलाइन मिडिल सीट को खाली नहीं छोड़ रही हैं.
सीडीसी ने रिकमंड किया है कि फुली वैक्सीनेटेड लोग खुद और दूसरों की सेफ्टी के लिए हेल्थ गाइडलाइंस को फॉलो करना जारी रखें, जैसे कि मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, रेगुलर अपने हाथों को धोना, खराब वेंटिलेशन वाली जगहों पर जाने से बचना और कोविड -19 के लक्षणों का ध्यान रखना आदि.
सीडीसी का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने वाले लोगों को भी विदेशों में कोरोना वायरस वेरिएंट्स के इमर्ज होने के कारण यात्रा पर ध्यान देना चाहिए और क्योंकि कोविड-19 का बर्डन ग्लोबली अलग-अलग है. दूसरे देशों के लोगों को वैक्सीन और दूसरे कोविड-19 प्रोटेरक्शन का एक्सेस अमेरिका के निवासियों के समान नहीं है. वाशिंगटन पोस्ट ने बताया कि 20 कॉलेज में मॉडर्ना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके चुके लोगों में कोविड-19 ट्रांसमिशन रेट का पता लगाने के लिए स्टडी चल रही है.