इंदौर | कोरोना संक्रमण की कड़ी तोड़ने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी किराना दुकानों और फल व सब्जी मंडियों को बंद करने का प्रयोग 28 मई तक एक बार ही रहेगा। इसे आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। साथ ही कुछ व्यावसायिक गतिविधियां भी खोलना शुरू की जाएंगी। जून से जनता कर्फ्यू के प्रतिबंधों में राहत देना शुरू की जाएगी। इस संबंध में कलेक्टर मनीषसिंह का कहना है कि आठ दिन के इस प्रतिबंध के बाद किराना और सब्जी दुकानों को खोलेंगे। शुरुआत में दोपहर 12 तक ही खोलने की अनुमति रखेंगे। फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाएंगे। प्रशासन का मानना है कि निर्माण गतिविधियों से कामगारों को काफी रोजगार मिलता है, इसलिए निर्माण की गतिविधियों को भी खोला जाएगा। पत्रकारों से चर्चा में कलेक्टर ने बताया कि रेस्टोरेंट भी खोले जाएंगे, लेकिन शुरू में टेक अवे की सुविधा के साथ रहेगी, ताकि किचन में काम करने वालों को रोजगार शुरू हो जाए। अन्य व्यवसायों को भी धीरे-धीरे खोला जाएगा।
थाेक दुकानों को पहले शुरू किया जाएगा। इसके बाद खेरची दुकानों को शुरू करेंगे। प्रशासन की रणनीति है किप्रशासन की रणनीति है किएक तरफ जनता कर्फ्यू के प्रतिबंध धीरे-धीरे उठाते जाएंगे तो दूसरी तरफ संक्रमण पर नियंत्रण के उपाय भी जारी रहेंगे। इसे लेकर कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि जिस मोहल्ले या कालोनी में कोरोना के केस ज्यादा आएंगे, उसे माइक्रो कंटेंनमेंट बनाकर बंद कर दिया जाएगा। वह इलाका तब तक बंद रहेगा, जब तक कि कोरोना के केस कम नहीं हो जाते। ताकि वहां के लोग बाहर जाकर दूसरे लोगों को संक्रमित न कर सकें। यदि व्यावसायिक इलाके में भी केस आते हैं तो उसे भी इसी तरह बंद किया जाएगा। इस तरह की सख्ती तो करना पड़ेगी। लोगों को जागरूक करना पड़ेगा कि वे कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करें, ताकि संक्रमण एक ही इलाके में रहे, पूरे शहर में न फैल पाए।
