भारत। कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब फंगस परेशानी का कारण बन गया है। ब्लैक, व्हाईट और अब येलो फंगस ने देश में एक बार फिर अफरा-तफरी मचा दी है। देश में ब्लैक फंगस के कुल मामले अबतक 11 हजार से ज्यादा दर्ज किए गए हैं। सबसे ज्यादा असर गुजरात पर पड़ा है, जहां 2800 केस हैं तो महाराष्ट्र में करीब 2700 और आंध्र प्रदेश में भी 700 मरीज ब्लैक फंगस का प्रहार झेल रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली में भी ब्लैक फंगस के 620 मरीज हैं।
जैसे-जैसे मरीज बढ़ रहे हैं, वैसे वैसे एक बार फिर दवाईयों और इंजेक्शन की कमी हो रही है। इसके मद्देनजर सरकार ब्लैक फंगस के ईलाज में इस्तेमाल होने वाली एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन का आयात करने जा रहा है, ताकि कोरोना जैसे हालात फिर से उत्पन्न ना हों। इस मामले में पीएम मोदी ने स्वास्थ मंत्रालय से इंजेक्शन की व्यवस्था करने को कहा है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने कई देशों से संपर्क साधा। खबर है कि अमेरिका स्थित गिलियड साइंसेज बोर्ड, भारत में वैक्सीन सप्लाई के लिए आगे आया है।
बता दें कि अमेरिका से अब तक एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन की 121,000 से ज्यादा डोज भारत पहुंच चुकी हैं। अन्य 85,000 डोज रास्ते में हैं। बताया जा रहा है कि अमेरिकी कंपनी करीब 1 मिलियन डोज की आपूर्ति करेगी। इसी तरह बाकी देशों से भी संपर्क साधा जा रहा है। सरकार की कोशिश है कि ब्लैक फंगस से लड़ाई में दवा या इंजेक्शन की कमी न आए।