Ujjain: The gates of Baba Mahakal open for the devotees; Vaccination certificate required for entry, guidelines have to be followed

उज्जैन : भक्तों के लिए खुले बाबा महाकाल के द्वार; एंट्री के लिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट जरूरी, गाइडलाइन का करना होगा पालन

उज्जैन। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के द्वारा सोमवार सुबह 6 बजे से भक्तों के लिए खोल दिए गए। भगवान महाकाल के दर्शन को सुबह 5 बजे से ही मंदिर के बाहर भक्तों की लाइन लग गई। कई भक्त यहां दो दिन पहले से होटलों में आकर रुके हुए हैं। महाकाल मंदिर के साथ हरसिद्धि और मंगलनाथ मंदिर में भी आज से भक्तों का प्रवेश शुरू हो गया है। मंदिर में प्रवेश के लिए महाकाल प्रबंधन ट्रस्ट और कलेक्टर द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। गाइडलाइन के मुताबिक मंदिर में प्रवेश के लिए वैक्सीनेशन का सर्टिफिकिट दिखाने अनिवार्य किया गया है।

दर्शन के लिए कराएं बुकिंग या फिर 250 रुपए देकर लें टिकिट
बता दें कि महाकाल मंदिर में रात आठ बजे तक 7 स्लॉट में 3500 भक्तों को अग्रिम बुकिंग के आधार पर दर्शन करवाए जा रहे हैं। गर्भगृह व नंदी हाल में दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रतिबंधित है। श्रद्धालुओं को वैक्सिनेशन का प्रमाण पत्र अथवा 48 घंटे पहले की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लेकर आना अनिवार्य है। जिन श्रद्धालुओं ने अग्रिम बुकिंग नहीं कराई हैं, वे 250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट खरीदकर भगवान के दर्शन कर सकते हैं। बता दें कि 9 अप्रैल से श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर परिसर में बंद कर दिया गया था, जिसके बाद आज से प्रवेश शुरू हुआ है।

प्रवेश को लेकर मंदिर के कर्मचारी से हुआ भाजपा किसान नेता का विवाद
वहीं, आज सुबह जब मंदिर में प्रवेश के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी हुई थी, तब बीजेपी के किसान नेता महेन्द्र सिंह रघुवंशी व्यवस्था संभाल रहे वहां के कर्मचारी से उलझ गए। जिसके बाद यहां विवाद की स्थिति बन गई। मंदिर प्रबंधन का कर्मचारी लगातार हाथ जोड़कर बीजेपी नेता महेन्द्र सिंह से व्यवस्था बनाए रखने और नियम के साथ प्रवेश करने की गुहार लगाता रहा, लेकिन महेन्द्र सिंह ताबड़तोड़ प्रवेश लेने की कोशिश करते रहे। इसके बाद दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं हो गई। विवाद से बचने के लिए किसान नेता ने कर्मचारी पर महिलाओं से बदसलूकी करने का भी आरोप लगाया।

सांसद ने मौके पर पहुंचकर संभाली व्यवस्था
इधर, सांसद अनिल फिरोजिया मौके पर पहुंचे और माइक पकड़कर व्यवस्थाओं को संभालने में जुट गए। उन्होंने कहा कि करीब 90 दिनों के बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर खुला है। व्यवस्था बनाकर हम सभी बाबा महाकाल के दर्शन करें। वहीं, विवाद की स्थिति बनने के बाद उज्जैन बीजेपी जिला अध्यक्ष विवेक का पक्ष लेते हुए कहा कि आज पहला ही दिन है तो व्यवस्थाओं को लेकर कुछ मिस अंडरस्टेडिंग हो गई होगी। कार्यकर्ता को जानकारी नहीं होगी। किसी कर्मचारी ने महिला के साथ बदतमीजी की, इसलिए हमारा कार्यकर्ता उत्तेजित हुआ होगा। हमने कार्यकर्ता को समझाया है कि व्यवस्थाएं बनाकर रखें।

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