वाशिंगटन। हाल ही में एक विलुप्त हो चुका जीव ग्लास ऑक्टोपस को देखा गया है। इसे ये नाम उसके लुक की वजह से मिला है। ये ऑक्टोपस पूरी तरह ट्रांसपेरेंट है। इस रेयर ऑक्टोपस को आज से 103 साल पहले विलुप्त घोषित कर दिया गया था। इस आठ पैर वाले जीव को इसके बाद नहीं देखा गया। लेकिन हाल के दिनों में लगातार दो बार इन्हें पैसिफिक ओशन में देखा गया। इससे रिसर्चर्स में खुशी की नई लहर दौड़ गई है। वो बीते 182 घंटे से खोजने में जुट गए हैं। सचमिड्ट ओशन इंस्टीट्यूट के रिसर्चर्स इसके लिए फीनिक्स आइलैंड पर खोज कर रहे हैं।
मिली आशाएं: गहरे समुद्र में रहते हैं ग्लास ऑक्टोपस
ग्लास ऑक्टोपस गहरे पानी में रहते हैं। इनकी स्किन इतनी पारदर्शी होती है कि उसके का दिल, पेट सब दिखाई देता है। इनके इंटरनल बॉडी पार्ट्स इंसान नंगी आंखों से देख सकता है। दरअसल, जिस एरिया में ये स्पॉट हुआ, वहां साइंटिस्ट किसी और जीव को कैद कर रहे थे। लेकिन कैमरे में ग्लास ऑक्टोपस कैद हो गया। ये ऑक्टोपस 11 सेंटीमीटर तक बड़ा होता है। एक एडल्ट का साइज तो 45 सेंटीमीटर तक पहुंच जाता है।
कई दुर्लभ जीवों का घर है फीनिक्स आइलैंड
अब रिसर्चर्स फीनिक्स आइलैंड पर खोज में जुट गए हैं। डॉ. वीरमणि और सचमिड्ट ओशन इंस्टीट्यूट के कई रिसर्चर्स 34 दिनों के एक्स्प्लोर मिशन फीनिक्स आइलैंड पहुंच गए हैं। इस फीनिक्स आइलैंड का नाम पहले से ही कई दुर्लभ जीवों के लिए मशहूर है। यहां दुनिया का सबसे बड़ा कोरल इकोसिस्टम भी है।