आरती खेत्रपाल बॉलीवुड की उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में शामिल हैं, जो लॉकडाउन के बाद सबसे पहले शूटिंग के लिए लौटीं। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में शूट हो रही उनकी राज आशू निर्देशित फिल्म कुतुबमीनार में वह सीनियर एक्टर संजय मिश्रा के साथ नजर आएंगी। फिल्म का मुहूर्त इसी माह सीएम त्रिवेंद्र रावत ने किया। एक दुर्लभ बीमारी और उससे जुड़े सामाजिक पहलू पर आधारित फिल्म में सबसे रोमांचक क्या रहा, इस सवाल पर आरती कहती हैं कि मेरी जिंदगी का सपना था कि अपने आदर्श संजय मिश्रा के साथ स्क्रीन शेयर करूं। आरती इससे पहले भी फिल्म मुस्कराहटें (2017) में संजय मिश्रा के साथ काम कर चुकी हैं। वह आल्ट बालाजी की रागिनी एमएमएस2 में भी नजर आ चुकी हैं।
करियर शुरू होने से पहले से संजय की डाय हार्ड फैन रहीं आरती को फिल्म ऑफर की गई थी, तो उनकी एक्साइटमेंट सभी सीमाएं लांघ गई। उनके लिए यह जिंदगी का सबसे शानदार पल था। कहती हैं कि मुझे हमेशा लगता था कि संजय जी के साथ शूटिंग के दौरान बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और वास्तव में मैं पूरी तरह सही थी। मुझे याद है कि मेरा पहला शॉट एक क्लोज-अप था और संजय सर अपने शॉट के बाद खासतौर पर मेरे सीन के इंतजार में रुके रहे। उन्होंने मेरे पूरे सीन को टुकड़ों में बांट कर टेक से पहले मेरे साथ 4-5 बार रिहर्सल किया। यह पहले दिन ही मेरे बेहद सहज महसूस कराने वाला वेलकम था। आरती खेत्रपाल कहती हैं कि शूटिंग के लिए संजय सर शूटिंग पर मां के साथ आते हैं और हर दिन घर का बढ़िया खाना लाते हैं। इसलिए मुझे यहां सबसे अच्छी ट्रेनिंग और स्वादिष्ट भोजन एक साथ मिल रहा है, भला मुझे और क्या चाहिए।
संजय की प्रतिभा से मंत्रमुग्ध आरती बताती हैं कि संजय जी एक निस्वार्थ अभिनेता हैं, इसीलिए वह अपनी कला में निपुण हैं। मैं हर दिन उनके साथ रिहर्सल के लिए तत्पर हूं। फिल्म में करणवीर और दूसरे कलाकार मेरे कैरेक्टर को बेहतर बनाने में मदद कर रहे हैं। मुझे इस फिल्म में काम कर रहे लोगों के पैशन से बहुत प्यार है। मैं खुद को एक एक्टिंग स्कूल में अमेजिंग सीनियर्स के साथ महसूस करती हूं। फिल्म के बारे में आरती बताती हैं कि कुतुबमीनार मजेदार, लेकिन अनूठी भावनात्मक फिल्म है, जो दुर्लभ बीमारी और उसके आस-पास के सामाजिक कलंक की बात करती है। फिल्म को पंचम सिंह ने प्रोड्यूस किया है।