मुंबई। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले फेरबदल के बाद घरेलू शेयर बाजारों में आज गिरावट रही और बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स रिकॉर्ड स्तर से करीब एक प्रतिशत फिसलकर 53 हजार अंक से नीचे आ गया। सेंसेक्स 485.82 अंक यानी 0.92% टूटकर 52,568.94 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निटी भी 151.75 अंक यानी 0.96 फीसदी लुढ़ककर कारोबार की समाप्ति पर 15,727.90 अंक पर बंद हुआ। मझौली और छोटी कंपनियों में बिकवाली कम रही। बीएसई का मिडकैप 0.37 फीसदी की गिरावट के साथ 22,674.31 अंक पर और स्मॉलकैप 0.09 % गिरकर 25,775.12 अंक के ऐतिहासिक उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। विदेशी बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों ने भी घरेलू बाजार में निवेश धारणा को प्रभावित किया। धातु, बैंकिंग, वित्त, आटो, स्वास्थ्य, ऊर्जा और तेल एवं गैस समूहों की कंपनियों में ज्यादा गिरावट रही। बिजली और यूटिलिटीज को छोड़कर अन्य सभी समूहों के सूचकांकों में नरमी रही। सेंसेक्स की 30 में से 23 कंपनियों में गिरावट और शेष सात में तेजी रही। टाटा स्टील का शेयर सर्वाधिक 2.30 % टूटा।

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