आलोट | 60 वर्षीय रामेश्वर शर्मा को कोरोना होने पर जंजीर वाला चौराहा स्थित अस्पताल में भर्ती किया था। शर्मा की बेटी रेणु ने एसपी (पश्चिम) महेश चंद जैन को कॉल कर कहा पापा अस्पताल का खाना नहीं खा पा रहे है और उनकी हालत गिरती जा रही है। एसपी ने तत्काल पत्नी उषा को कॉल कर खिचड़ी बनवाई और रेणु के पास भिजवा दी। दूसरे दिन रेणु ने कॉल कर कहा पापा घर का खाना खाकर खुश है। इस घटना के बाद एसपी उनकी पत्नी ने कोरोना संक्रमितों के लिए खिचड़ी बनाना शुरु कर दी।
पश्चिम क्षेत्र के एसपी महेश चंद जैन के मुताबिक शर्मा से उनका ज्यादा परिचय नहीं था। पिता की हालत में सुधार न होने पर रेणु ने घबराते हुए कॉल किया और कहा पिता के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यकता है। एसपी ने अपने प्रयासों से इंजेक्शन की व्यवस्था करवा दी।
दो दिन बाद हालात जानने के लिए कॉल किया तो रेणु हिचकिचाते हुए बोली पापा घर का खाना की जिद कर रहे है। उन्हें अस्पताल का खाना पसंद नहीं है। एसपी के मुताबिक यह जानकार अच्छा लगा कि शर्मा को उनके घर पर बनी खिचड़ी अच्छी लगी और वह खाना खाने लगे। दूसरे दिन बेटे निहित और पत्नी उषा ने कहा क्या अस्पतालों में भर्ती दूसरे मरीज नहीं चाहतें होगें की उन्हें घर का खाना मिलें।
सारा काम छोड़ खिचड़ी बनाने जुट जाता है परिवार
एसपी के मुताबिक वह ढाई बजे बंगले पहुंच जाते है और बेटे व पत्नी के साथ मिलकर खिचड़ी बनाने में जुट जाते है। गनमेन मुकेश ड्राइवर आनंद और इंदूसिंह भी मदद करते है। शाम 4.30 बजे पुलिसकर्मी 120 प्लास्टिक के डिब्बे में खिचड़ी में लेकर न्यू चेस्ट सेंटर स्थित कोविड वार्ड पहुंच जाते है। एसपी के मुताबिक वैसे मरीज तो 100 ही लेकिन 20 डिब्बे स्टाफ को भी भिजवा देता हूं। इंचार्ज डॉ.संजय दुबे के मुताबिक अस्पताल का खाना तो मरीजों को मिल ही रहा था लेकिन 4 से पांच के बीच नई डाइट मिलने से मरीज बेहद खुश है।