नई दिल्ली। भारतीय शूटिंग टीम क्रोएशिया की राधानी जग्रेब से एम्सटर्डम के लिए रवाना हो गई है। यहीं पर स्कीट टीम के सदस्य अंगद बाजवा और मैराज खान कोच के साथ पहुंचेंगे। यहां पर टीम के सदस्य कुछ घंटे रुकेंगे और बाद में यहां से टोक्यो के लिए रवाना होंगे। टोक्यो में स्थानीय समय शनिवार सुबह 8.30 बजे पहुंचेगे। वहां तीन दिन टीम क्वारैंटाइन रहेगी। उसके बाद ट्रेनिंग करेगी। वहीं, वेटलिटंग की इकलौती लिफ्टर मीराबाई चानू भी यूएस से अपने कोच विजय शर्मा के साथ यूएस से टोक्यो के लिए रवाना हो गई हैं। वह भी शनिवार को टोक्यो पहुंचेंगी। दल के साथ विदेशी पिस्टल कोच पावेल स्मिरनोव शामिल नहीं है। कोरोना के कारण दल में सहयोगी सदस्यों की संख्या सीमित है और पावेल टोक्यो में बाद में टीम से जुड़ने की संभावना के कारण जगरेब में ही रुके हैं। भारतीय टीम के पिस्टल और राइफल शूटरों का कैंप 11 मई से क्रोएशिया में आयोजित किया गया था। पिछले दो महीने से टीम ने यहां पर रहकर ट्रेनिंग की और प्रतियोगिता में भाग लिया। वहीं स्कीट के लिए क्वालिफाइड दो शूटरों का कैंप इटली में आयोजित किया गया था। नेशनल राइफल फेडरेशन आफ इंडिया ने रियो ओलिंपिक की गलतियों से सबक लेते हुए इस बार सभी शूटरों का कैंप एक साथ अपनी निगरानी में लगाने का फैसला किया। रियो ओलिंपिक में कई शूटर अलग- अलग ट्रेनिंग कर रहे थे, लेकिन भारत को शूटिंग में एक भी मेडल नहीं मिला था। इस बार फेडरेशन ने शूटर्स का कैंप फेडरेशन की निगरानी में ही लगाया।
10 दिन चलेगी शूटिंग स्पर्धा
ओलिंपिक का आयोजन 23 जुलाई से आठ अगस्त तक टोक्यो सहित जापान के कुछ अन्य शहरों में होगा। इसमें निशानेबाजी प्रतियोगिताओं का आयोजन उद्घाटन समारोह के एक दिन बाद शुरू होगा और लगातार 10 दिन तक जारी रहेगा। भारत के 15 निशानेबाज इन खेलों में चुनौती पेश करेंगे जिसमें से राइफल में आठ, पिस्टल में पांच और स्कीट निशानेबाजी में दो निशानेबाज शामिल है।