उज्जैन। किराए के मकान में रह रहे आरक्षक ने उसी मकान में किराए से रह रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही युवती से पहले दोस्ती की और फिर शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बना लिए। यह सिलसिला तीन साल तक चला। जब युवती ने शादी के लिए कहा तो इनकार कर दिया। इस पर युवती ने एसपी को शिकायत की तो पुलिस ने आरक्षक को हिरासत में लिया है।
चिमनगंज पुलिस ने बताया कि उन्हेल की रहने वाली युवती नौकरी के लिए प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रही थी। इस कारण वह दो तालाब के पास स्थित सार्थक नगर में किराए का मकान लेकर रह रही थी। यहीं पर लाइन में पदस्थ आरक्षक अजय पिता तुलसीराम से परिचय हुआ। आरक्षक ने उसे प्यार में फंसाया और शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। दोनों का प्रेम प्रसंग तीन वर्ष तक चला।
कुछ दिनों पहले युवती ने अजय से शादी की बात कही, लेकिन उसने शादी से इनकार कर दिया। इस पर युवती ने एसपी को अजय के खिलाफ आवेदन दिया। एसपी ने जांच चिमनगंज पुलिस को सौंपी। पुलिस ने युवती के बयान लिए और आरक्षक के खिलाफ धारा 376 के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
चार वर्ष पहले बना था आरक्षक- अजय मूल रूप से शाजापुर जिले का रहने वाला है और करीब 4 वर्ष पहले आरक्षक बनकर पुलिस की नौकरी में आया था। वह वर्तमान में पुलिस लाइन में पदस्थ था।