नई दिल्ली। देश आज 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य मंत्रियों और कांग्रेस की अंतिरम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य देश के नेताओं ने लोगों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी है। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में निकलने वाली परेड के दौरान पहली बार राफेल लड़ाकू विमानों की उड़ान के साथ टी-90 टैंकों, समविजय इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई-30 एमके आई लड़ाकू विमान अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करेंगे। 55 साल में पहली बार ऐसा होगा जब परेड में कोई चीफ गेस्ट शामिल नहीं हो रहा है। इससे पहले भारत में 1952, 1953 और 1966 में भी गणतंत्र दिवस परेड में कोई चीफ गेस्ट शामिल नहीं हुआ था।
दिल्ली की सीमा पर नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने आज ट्रैक्टर परेड निकालने का फैसला किया है। ऐसे में गणतंत्र दिवस समारोह और किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर राजपथ और दिल्ली की कई सीमाओं पर हजारों सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। दिल्ली में पहले से बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था बंदोबस्त हैं।
राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड का पूरा शेड्यूल-
- सुबह 9 बजे से कार्यक्रम की शुरुआत
- 9.30 बजे नेशनल वॉर मेमोरियल पर पीएम का आगमन
- 9.52 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परेड स्थल पर पहुंचेंगे
- 9.55 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का आगमन
- 10.00 बजे ध्वजारोहण
- 10.00 बजे ध्वजारोहण के तुरंत बाद परेड की शुरुआत
- 11.25 बजे फ्लाइ पास्ट
लाइव अपडेट्स…
- राजपथ पर परेड में बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की टुकड़ी ने भी हिस्सा लिया। इस टुकड़ी में बांग्लादेश के 122 जवान शामिल हैं। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे होने पर बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की टुकड़ी परेड में शामिल हुई है।
- यह तीसरा मौका है जब किसी अन्य देश की सैन्य टुकड़ी यहां गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा ले रही है। इससे पहले 2016 में फ्रांस और 2017 में सुयक्त अरब अमीरात की सैन्य टुकड़ी ने हिस्सा लिया था।
- राजपथ पर परेड शुरू हो गई है, परेड की कमांड जनरल ऑफिसर कमांडिंग दिल्ली एरिया लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा के हाथ में है। उनके साथ परेड के सेकेंड इन कमान अधिकारी मेजर जनरल आलोक कक्कड़ हैं।
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राजपथ पर तिरंगा फहराया। वे कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि हैं। इस साल कोई अतिथि नहीं बुलाया गया है। राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड का आगाज भी हो गया है।
- राष्ट्रपति कोविंद को 21 तोपों की सलामी दी गई। राजपथ पर राष्ट्रपति का स्वागत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजपथ पहुंच चुके हैं।
- प्रधानमंत्री मोदी इंडिया गेट के नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे। उन्होंने सेरेमोनियल बुक पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने जामनगर गुजरात की रॉयल फैमिली द्वारा उपहार में दी गई स्पेशल पगड़ी पहनी थी।
- राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह शुरू होने ही वाला है। कोरोनाकाल में इस बार दर्शक गैलरी नहीं बनाई गई है। लोगों को दो गज की दूरी पर बैठाया जा रहा है।
- बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी मुख्यालय में फहराया तिरंगा।
- लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने दिल्ली में अपने आवास पर तिरंगा लहराया।
- राफेल के अलावा, स्वदेशी लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर एलसीएच, महिला फाइटर पायलट और एंटी-रेडिएशन मिसाइल, रूद्रम की ताकत भी इस साल पहली बार दिखाई देगी।
- इस बार गणतंत्र दिवस परेड का ‘शो-स्टॉपर’ राफेल लड़ाकू विमान होगा। परेड का समापन आसमान में राफेल की वर्टिकल-चार्ली मैन्युवर से होगा। पिछले कई सालों से सुखोई विमानों के मैन्युवर से परेड का समापन होता था, लेकिन अब ये जगह राफेल ने ले ली है।
- लद्दाख में बर्फ की चादरों के बीच तिरंगा के साथ ITBP के जवानों ने गणतंत्र दिवस मनाया।
- लद्दाख में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने गणतंत्र दिवस मनाया। यहां माइनस 25 डिग्री तापमान के बीच झील बर्फ बन गई है।
- सुबह 8 बजे से राजपथ पर परेड की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। परेड देखने के लिए लोगों का पहुंचना शुरू हो गया है। कोरोना काल के चलते कार्यक्रम में लोगों की बैठने के भी विशेष व्यवस्था की गई है। लोगों के बीच मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष ध्यान रखा गया है।
- रिपब्लिक डे परेड में पहली बार सेंट्रल बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट (DBT) की झांकी शामिल हो रही है। इसमें डिपार्टमेंट की ओर से कोरोना वैक्सीन के बारे में बताया जाएगा।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘गणतंत्र दिवस भारत की बहुरंगी विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। मैं उन सभी महान विभूतियों का स्मरण करता हूं, जिनके संघर्ष से 1950 में आज के दिन हमारा संविधान लागू हुआ और साथ ही उन सभी वीरों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने शौर्य से भारतीय गणतंत्र की रक्षा की है।