इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सरकार को भारत का डर किस कदर सता रहा है, इसका पता विदेश मंत्री से लेकर अब प्रधानमंत्री तक के ताबड़तोड़ बयानों से चलता है। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत की ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के खिलाफ आगाह किया है। इससे पहले विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अबुधाबी में दावा किया था कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि भारत पाकिस्तान पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने प्लान बना रहा है।
फर्जी अभियान के जरिए आंतरिक मुद्दों से भटकाने की कोशिश
इमरान ने रविवार को ट्वीट किया- ‘मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय को साफ करना चाहता हूं कि अगर भारत पाकिस्तान के खिलाफ फर्जी लैग आपरेशन छेड़ेगा, तो उसे पाकिस्तानी इच्छाशक्ति से मजबूत प्रतिक्रिया मिलेगी और हर स्तर पर खतरे का जवाब दिया जाएगा। कोई गलती न की जाए। यही नहीं, इमरान ने यह भी आरोप लगाया, ‘जैसे-जैसे भारत की आंतरिक समस्याएं बढ़ रही हैं, खासकर आर्थिक मंदी, किसानों का विरोध प्रदर्शन और कोरोना वायरस से गलत तरीके से निपटना, मैं फिर से वैश्विक समुदाय को चेतावनी दे रहा हूं कि मोदी सरकार आंतरिक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ फर्जी अभियान चला रही है।
संयुक्त राष्ट्र की गाड़ी पर हमला करने का भी लगाया आरोप
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तानी सेना के सुर में सुर मिलाते हुए आरोप लगाया है कि अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन में भारत ने सीमा पर संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारियों की गाड़ी पर गोलियां बरसार्इं, जबकि उस पर संयुक्त राष्ट्र लिखा था और यूनाइटेड नेशन का नीला झंडा भी लगा हुआ था। उन्होंने कहा है कि इससे पता चलता है कि भारत को अंतरराष्ट्रीय नियमों का सम्मान नहीं है और पाकिस्तान भारत के इस रवैये की निंदा करता है।
भारतीय सेना ने किया सभी आरोपों का खंडन
इमरान ने आरोप लगाया है कि साल 2020 में ही भारत की ओर से सीमा पर 3,000 बार बिना उकसावे के सीजफायर उल्लंघन किया गया, जिसमें नागरिकों को निशाना बनाया गया और 276 लोगों की मौत हो हुई, जिनमें से 92 महिलाएं और 68 बच्चे थे। गौरतलब है कि भारतीय सेना पहले ही संयुक्त राष्ट्र की गाड़ी पर गोली बरसाने के आरोप का खंडन कर चुकी है। बता दें कि पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन किया जाता है और इसका इलजाम वह भारत पर लगा देता है।