सरकार ने साफ कर दिया है कि कोरोना लॉकडाउन की मार झेल रहे देश भर के सिनेमाघरों को फिलहाल राहत नहीं मिलने वाली। इस साल मार्च में बंद होने के बाद 15 अक्तूबर से खुले सिनेमाघरों में सरकार ने 50 फीसदी दर्शकों के साथ फिल्म दिखाने की इजाजत दी थी। सिनेमाघर मालिक मान रहे थे कि दीवाली को देखते हुए एक नवंबर से उन्हें 75 फीसदी दर्शकों को हॉल में बैठाने की मंजूरी दे दी जाएगी। परंतु मीडिया में आ रही जानकारी के अनुसार, सरकार ने साफ कर दिया है कि 30 नवंबर तक 50 फीसदी दर्शक ही हॉल में बैठ सकेंगे।
हालांकि केंद्र सरकार द्वारा मंजूरी के बावजूद कई राज्यों ने अपने यहां सिनेमाघर नहीं खुलने दिए हैं। थियेटर मालिकों के संघ इस मामले में केंद्र से एक समान नीति चाहते हैं मगर अभी ऐसा कुछ संभव नहीं दिख रहा। वैसे सिनेमाघर खुलने के बाद से किसी भी फिल्म के रिलीज होने की घोषणा नहीं हुई है और पुरानी फिल्में ही चलाई जा रही हैं। दर्शक भी नहीं पहुंच रहे हैं क्योंकि कोरोना का डर खत्म नहीं हुआ है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टीवी पर आकर चेतावनी दे चुके हैं कि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती लोग ढिलाई न बरतें।
इस बीच सिनेमा उद्योग को विश्वास है कि नए साल में स्थितियां बदल जाएंगी और संक्रांति अथवा गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर कुछ बड़ी फिल्में रिलीज होंगी। तेलुगु और तमिल इंडस्ट्री में कई बड़े निर्माताओं ने ओटीटी से दूरी बना कर संक्रांति पर सिनेमाघरों में फिल्मों की रिलीज की घोषणा शुरू कर दी है। बॉलीवुड में सबकी नजरें रणवीर सिंह की 83 और अक्षय कुमार की सूर्यवंशी पर हैं।