Mother's milk prepared in the lab

लैब में तैयार किया मां के जैसा दूध…

न्यूयॉर्क। हर बच्चे के लिए मां का दूध बहुत जरूरी होता है। बल्कि विशेषज्ञों के मुताबिक बच्चे की अच्छी शारीरिक और मानसिक ग्रोथ के लिए कम से कम 4 से 6 महीने तक केवल मां का दूध ही देना चाहिए। हालांकि, कभी-कभी किसी कारणवश बच्चों को मां का दूध उपलब्ध नहीं हो पाता है। ऐसे बच्चों के लिए एक बड़ी खोज हुई है। वैज्ञानिकों ने लैब में मां का दूध तैयार कर लिया है। अमेरिकी स्टार्ट-अप बायोमिल्क ने यह उपलब्धि हासिल की है। बायोमिल्क ने महिलाओं की ब्रेस्ट की कोशिकाओं से दूध को तैयार करने में कामयाबी पाई है। कंपनी का कहना है कि लैब में तैयार किए गए इस दूध में काफी हद तक वे सभी पौष्टिक तत्व हैं जो आमतौर पर ब्रेस्ट मिल्क में पाए जाते हैं। जैसे कि प्रोटीन, कॉम्प्लेक्स काबोर्हाइड्रेट, बायोएक्टिव लिपिड्स आदि।

लेकिन एंटीबॉडीज का है अंतर

दोनों ही दूध में एंटीबॉडीज का अंतर है। बायोमिल्क की को-फाउंडर डॉक्टर लीला स्ट्रिकलैंड ने कहा कि एंटीबॉडी ना होने के बावजूद हमारे प्रोडक्ट का न्यूट्रिशिनल और बायोएक्टिव कंपोजिशन किसी भी अन्य प्रोडक्ट के मुकाबले ज्यादा है। साथ ही

बेटे को नहीं मिल पाया था दूध

स्ट्रिकलैंड का बेटा समय से पहले पैदा हो गया था। इस कारण उन्हें अपने बेटे के लिए ही पर्याप्त दूध देने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2013 में उन्होंने लैब में ब्रेस्ट मिल्क तैयार करने की इस दिशा में काम शुरू किया।

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