उज्जैन। धुलेंडी के अवसर पर उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्मारती के दौरान आग लग गई। इसकी चपेट में पुजारी, पंडे और सेवकों सहित कुल 13 लोग झुलस गए।। घटना के दौरान देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु मंदिर में मौजूद थे। 4 पुजारी गंभीर घायल बताए गए हैं। बाकी लोगों की हालत सामान्य बताई गई है।कुछ लोग घायलों की संख्या 14 बता रहे हैं। सीएम डॉ मोहन यादव के भी उज्जैन आने की संभावना जताई जा रही है। सीएम महाकाल मंदिर प्रबंधकों के संपर्क में हैं।इस घटना के दौरान सीएम मोहन यादव के बेटे और बेटी भी मंदिर में मौजूद थे। दोनों भस्मारती दर्शन करने गए थे। दोनों सुरक्षित हैं। दो पुजारियों को उपचार के लिए इंदौर रेफर किया गया है। आग गर्भगृह के साथ ही नंदीहॉल के बाहरी हिस्से में लगी। प्रारंभिक सूचना के अनुसार आग उस समय लगी जब धुलेंडी पर्व मनाने के दौरान रंग और गुलाल उड़ाया जा रहा था। इसी दौरान पुजारी कपूर से महाकाल की आरती भी कर रहे थे। इस दौरान अचानक आग भभकी और ऊपर लगे फ्लैक्स को अपनी चपेट में ले लिया। बताया जाता है कि इसका जलता हुआ हिस्सा नीचे आ गिरा।
भस्मारती के दौरान महाकाल मंदिर में लगी आग, पुजारियों और सेवक सहित 13 लोग झुलसे, जांच के आदेश
महाकाल भस्मारती के दौरान मंदिर में आग लगी, इसमें पुजारियों के साथ कुछ सेवक भी झुलस गए हैं।
उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्मारती के दौरान आग लग गई।
इसकी चपेट में आकर पांच पुजारी झुलस गए।
करीब 6 दर्शनार्थी भी आग से झुलसे हैं।
आग की चपेट में आकर पुजारी झुलस गए। वहीं सेवक भी झुलसे हैं। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा अस्पताल पहुंचे। सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। कुछ लोगों का कहना है कि मंदिर में गुलाल उड़ाते समय आग अचानक भड़क गई।
कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
एक सेवक ने बताया कि आरती के दौरान किसी पुजारी पर गुलाल डाल दिया गया। यह गुलाल दीपक पर गिरा और आग भभक गई। आशंका जताई जा रही है कि केमिकल युक्त गुलाल से आग लग गई। मंदिर में रंग और गुलाल से गर्भगृह की चांदी की दीवार को सुरक्षित करने के लिए कुछ फ्लैक्स भी लगाए गए हैं। वे भी आग की चपेट में आ गए। आग पर बाद में काबू पा लिया गया। कलेक्टर नीरज सिंह के अनुसार मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इसके लिए एक कमेटी बनाई जाएगी।