Learn the wonders of 300 species of mangoes

जानिये 300 प्रजाति वाले आम के चमत्कार…

आम इकलौता ऐसा फल है जिसकी इतनी प्रजातियां पाई जाती हैं और हर एक का अपना अलग स्वाद है. भारत के लगभग हर प्रदेश में आप की पैदावार होती है और खास प्रजाति का आम उसकी एक अलग पहचान भी बन जाता है.

आम की सबसे ज्यादा पैदावार

कुछ खास प्रजातियां हैं जिनको आमतौर पर लोग पसंद करते हैं. हालांकि धीरे-धीरे आम की इन सभी प्रजातियों की पैदावार हर प्रदेश में होने लगी है. हम आपको देश के टॉप 5 ऐसे प्रदेशों के नाम बताते हैं जहां आम की सबसे ज्यादा पैदावार होती है.

वर्ष 2018-19 में आंध्र प्रदेश में 5 हजार मिट्रीक टन से ज्यादा आम की पैदावार हुई. इसके बाद दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश का नाम आता है, जहां 4 हजार 577 मिट्रीक टन आम की पैदावार हुई. इसके अलावा बिहार, गुजरात और कर्नाटक में भी आम की पैदावार 1000 मिट्रीक टन से ज्यादा रही.

भारतीय आम विदेशों में भी खूब पसंद किए जाते हैं और इससे भारतीय निर्यातकों को अच्छी खासी कमाई होती है. हालांकि बीते समय के साथ आम की पैदावार में कमी आई है, लेकिन फिर भी भारत हर साल 1 लाख मिट्रीक टन से ज्यादा आम विदेशों में निर्यात करता है.

वर्ष 2015-16 में भारत ने पूरे विश्व को 1 लाख 69 हजार 289 मिट्रीक टन आम एक्सपोर्ट किया था. इसके अगले साल भारत ने 1 लाख 84 हजार मिट्रीक टन से ज्यादा आम Export किया. वर्ष 2017-18 में भारत ने 1 लाख 61 हजार मिट्रीक टन और फिर 2018-19 में 1 लाख 16 हजार मिट्रीक टन से ज्यादा आम विदेशों में भेजा.

भारत से विदेशों में भेजे जाने वाले आम की खासियत ये होती है कि वो कम से कम 7 दिनों तक खराब नहीं होते हैं. यही वजह है कि उनको लंबी दूरी तर भेज पाना मुमकिन हो पाता है. वैसे तो पूरा विश्व भारतीय आम का शौकीन है लेकिन 5 देश ऐसे हैं, जहां भारत सबसे ज्यादा आम एक्सपोर्ट करता है. भारत से सबसे ज्यादा आम UAE, UK, अमेरिका, ओमान और कतर में एक्सपोर्ट किया जाता है.

वर्ष 2019-2020 में भारतीय आम के शौकीन इन Top 5 देशों ने भारत से 41 मिलियन डॉलर यानी लगभग 300 करोड़ रुपये के आम खरीदे हैं. इसमें भारत ने अपने कुल एक्सपोर्ट का 35 प्रतिशत आम अकेले यूएई को भेजा है. इसके बाद यूके, अमेरिका, ओमान और कतर को आम एक्सपोर्ट किया.

मिलिए Mango Man कलीमुल्लाह खां से

अब हम आपको एक खास पेड़ के बारे में बताते हैं जिस पर एक बार में 300 तरह के आम उगते हैं. साथ ही एक व्यक्ति से भी मिलवाएंगे जिन्हें दुनिया Mango Man कहती है.

लखनऊ के मलीहाबाद में आम का पेड़ एक सीजन में 300 से ज्यादा प्रकार के आम की मिठास से लदा होता है. मलीहाबाद के आम देश ही नहीं, विदेशों में भी पसंद किए जाते हैं और जब मलीहाबाद के आमों का जिक्र होता है, तो नाम आता है, आम आदमी यानी Mango Man कहे जाने वाले पद्मश्री कलीमुल्लाह खां का.

कलीमुल्लाह खां की खासियत ये है कि वो अपने अलग अलग प्रयोगों से ऐसे पेड़ तैयार करते हैं जिसकी हर डाली पर उगे आम का अपनी खासियत होती है. एक डाली पर केसर है, दूसरी डाली दशहरी. अगर एक डाली पर तोतापरी है, तो दूसरी पर अल्फांसो.*

1957 से ही कलीमुल्लाह खां अपने 5 एकड़ में फैले आम के बागीचे में अलग-अलग प्रजातियों के आम का उत्पादन करते रहे हैं और आम से उनका लगाव इतना है कि वो मानते हैं कि आम का पेड़ एक इंसान है और वो खुद ही नई खोज करके आम में नया स्वाद देता है. कलीम उल्ला इन आमों को गरीबों में बांटना चाहते हैं.
कई बीमारियों के इलाज का दावा

वो कहते हैं कि इन पेड़ों से निकलने वाले पानी के साथ पेड़ की तमाम खासियतें भी हैं. इनसे तमाम तरह की दवाईयां बनाई जा सकती हैं. एक दौर था जब यही पेड़ पौधे ही बीमारियों का इलाज किया करते थे. अब लोग उन सबको बहुत दूर छोड़ आए हैं. हकीम वैद्य सब इन्हीं से दवाईयां बनाया करते थे जो कारगर भी हुआ करती थीं. मैं अपनी रिसर्च से एक बार फिर से देसी इलाज को बढ़ावा देना चाहता हूं. जिससे गरीब लोग बिना इलाज के दम न तोड़ें. मेरा दावा है कि इन पेड़ों में बड़ी बड़ी बीमारियों का इलाज करने की ताकत होती है, बस ध्यान देने की जरूरत है.

वर्ष 1919 में अकेले मलीहाबाद में ही 1300 किस्म के आम पाए जाते थे, लेकिन समय के साथ इनकी किस्में कम होती गईं और अब उत्तर प्रदेश में 700 किस्में पाई जाती हैं. कलीमुल्लाह खां फिर से आम की कई किस्में अपने बागीचें में उगाना चाहते हैं. उनका मानना है कि आम इंसान का रूप है और जैसे दो इंसान एक नए इंसान जन्म देते हैं. इसी तरह आम का पेड़ भी ऐसा ही करता है.

दो से मिलकर एक होने वाली आम की सिफ़त उसको अनोखा बनाती है यह दुनिया में एक जैसा कोई दूसरा इंसान नहीं है, वैसे ही आम की फितरत है. दो अलग-अलग लोगों के बच्चे अलग होते हैं, उसी प्रकार आम भी अलग होते हैं. मेरी समझ में आता कि लोगों ने रिसर्च साइंटिस्ट्स ने इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया या फिर मैं जो बता रहा हूं, उनकी सोच यहां तक नहीं पहुंची.

कलीमुल्लाह खां कहते हैं, सिर्फ मेरी ही सोच ऐसी है और मैं लोगों को बताना भी चाहता हूं जिस प्रकार इंसान दो से बनती एक बनते हैं वैसे ही आम की फितरत है, दो फूल और दो तरह के पेड़ मिलकर एक नए किस्म के आम को जन्म देते हैं.

पीएम मोदी के नाम पर आम का नामकरण

कलीमुल्लाह खां की एक खासियत ये भी है कि वो जब भी किसी पेड़ पर कोई नई प्रजाति के आम उगाते हैं, तो उसका एक अलग नाम रखते हैं. जैसे इस आम का नाम नमो है. ये आम इन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को समर्पित किया है. इसके अलावा यूपी के सीएम योगी के नाम पर भी आम की किस्म का नामकरण कर चुके हैं.

यह भी पढ़े

गुड़ी पड़वा 2025: क्यों मनाया जाता है ‘गुड़ी पड़वा’, जानें इसका सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व Gudi Padwa 2025: Why is 'Gudi Padwa' celebrated know its cultural and historical significance

गुड़ी पड़वा 2025: क्यों मनाया जाता है ‘गुड़ी पड़वा’, जानें

गुड़ी पड़वा हिन्दू कैलेंडर के अनुसार एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे विशेष रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटका, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना…

कामाख्या एक्सप्रेस दुर्घटना: ओडिशा में बड़ा रेल हादसा, 11 डिब्बे पटरी से उतरे Kamakhya Express accident: Major rail accident in Odisha 11 coaches derailed

कामाख्या एक्सप्रेस दुर्घटना: ओडिशा में बड़ा रेल हादसा, 11 डिब्बे

भारत में रेल यात्रा को एक सुरक्षित और सुविधाजनक साधन माना जाता है, लेकिन कभी-कभी अप्रत्याशित घटनाएं भी हो जाती…

म्यांमार के भूकंप पीड़ितों की आपबीती – देखते ही देखते गिरने लगी इमारतें, लगा पत्थर बरस रहे हैं The story of the earthquake victims of Myanmar - Buildings started collapsing in no time it felt like stones were raining down

म्यांमार के भूकंप पीड़ितों की आपबीती – देखते ही देखते

म्यांमार में हाल ही में आए भूकंप ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। यह प्राकृतिक आपदा म्यांमार के लोगों…

CSK vs RCB: चेन्नई सुपर किंग्स ने बेंगलुरु के खिलाफ टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी CSK vs RCB: Chennai Super Kings won the toss and chose to bowl against Bangalore

CSK vs RCB: चेन्नई सुपर किंग्स ने बेंगलुरु के खिलाफ

आईपीएल 2025 में आज के रोमांचक मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच भिड़ंत…

अमित शाह ने कहा- भारत कोई धर्मशाला नहीं, लोकसभा में इमिग्रेशन बिल पास Amit Shah said- India is not a Dharamshala Immigration Bill passed in Lok Sabha

अमित शाह ने कहा- भारत कोई धर्मशाला नहीं, लोकसभा में

हाल ही में भारतीय लोकसभा में इमिग्रेशन बिल (Immigration Bill) को पास किया गया, जिसे देश के गृह मंत्री अमित…

एक्स का भारत सरकार के खिलाफ केस करने का मामला: पूरी जानकारी X's case against the Indian government: full details

एक्स का भारत सरकार के खिलाफ केस करने का मामला:

हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) ने भारत सरकार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कानूनी कदम उठाया…