मुंबई। 5जी मामले को ‘पब्लिसिटी स्टंट’ बताने पर जूही चावला का जवाब सामने आया है। दरअसल, एक्ट्रेस ने 5जी के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उन्होंने 5जी नेटवर्क तकनीक के कारण स्वास्थ्य संबंधी खतरों के बारे में सवाल किया। उनकी याचिका को दिल्ली हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया था। अब उन्हें लगातार सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। जिसका अब जूही चावला ने सोशल मीडिया पर जवाब दिया है।
जूही ने शेयर किया वीडियो
जूही चावला ने करीब 14 मिनट 30 सेकेंड का एक वीडियो शेयर करते हुए कई सारी बातें सामने रखी हैं। इस वीडियो में जूही चावला 5जी टेक्नोलोजी से स्वास्थ्य पर होने वाले असर और नुकसान के बारे में बातचीत कर रही हैं। इसके अलावा उन्होंने ट्रोल करने वाले लोगों की बातों का जवाब देते हुए कहा, “मैं आपको यह तय करने दूंगी कि क्या यह एक पब्लिसिटी स्टंट था।”
14 टावर लगे थे
जूही बताती हैं कि ‘2010 में मेरे घर के सामने अचानक एक दिन बालकनी से देखा कि करीब 30 मीटर की दूरी पर 14 टावर लगे हुए हैं। तब तक मुझे नहीं पता था कि यह क्या है। मुझे किसी ने बताया कि यह मोबाइल टावर हैं। उस वक्त हमने सोचा कि जांच करा लेते हैं कि जहां हम रह रहे हैं वह रेडिएशन से कितना सुरक्षित हैं।‘
खतरनाक स्तर तक था रेडिएशन
जूही ने बताया कि उन्होंने अपने घर के चारों ओर एक एजेंसी से रेडिएशन टेस्ट कराया था। जिसकी रिपोर्ट में बताया गया कि इस तरह के रेडिएशन लंबे समय के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इससे अनिद्रा, याददाश्त का कम होना, सिरदर्द, एकाग्रता में कमी, ब्लड प्रेशर लेवल में उतार-चढ़ाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
खुद तय करिए
जूही कहती हैं कि अगर हमने महिलाओं, बच्चों, आने वाली पीढ़ियों, बड़े-बूढ़े, पशु-पक्षियों की सुरक्षा के लिए सवाल उठाया तो आपको क्या लगता है कि हमने गलत किया? जूही ने अपने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा- ‘यह समय के बारे में था। मैं आपको फैसला करने दूंगी कि क्या यह पब्लिसिटी स्टंट था।’
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20 लाख रुपए का लगा था जुर्माना
अभिनेत्री ने कहा कि उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया ताकि जनता को यह गारंटी मिल सके कि 5G इंसानों के लिए सुरक्षित है – “पुरुषों, महिलाओं, वयस्कों, छोटे बच्चों, जानवरों और हर प्रकार के जीवित जीवों के लिए।”
जून में, दिल्ली हाई कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया था, 20 लाख रुपए का जुर्माना लगाते हुए कड़ी टिप्पणी में कहा था कि मुकदमा “पब्लिसिटी के लिए” प्रतीत होता है।
जूही चावला की ओर से दाखिल की गई याचिका में मांग रखी गई थी कि 5जी टेक्नोलॉजी को लागू किये जाने से पहले इससे जुड़े तमाम तरह के अध्ययनों पर बारीकी से गौर किया जाए और फिर उसके बाद ही इस टेक्नोलॉजी को भारत में लागू करने के बारे में विचार किया जाए।