नई दिल्ली। जेफ बेजोस आज अमेजन के सीईओ पद से इस्तीफा देंगे। उनकी जगह अमेजन के कार्यकारी एंडी जेसी सीईओ की इस भूमिका संभालेंगे। बेजोस करीब तीन दशक से इस पद पर थे। 5 जुलाई 1994 में अमेजन कंपनी की शुरुआत हुई थी। बेजोस ने कहा कि वह कंपनी के अन्य हिस्सों पर ध्यान देने के पद छोड़ रहे हैं। सीईओ का पद छोड़ने के बाद वे एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बनेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास अन्य परियोजनाओं के लिए अधिक समय होगा, जिसमें उनकी अंतरिक्ष अन्वेषण कंपनी ब्लू ओरिजिन उनके द्वारा चलाए जाने वाले परोपकार के काम और वाशिंगटन पोस्ट की देखरेख शामिल है। इस समय अमेजन में 13 लाख लोग काम करते हैं और ये दुनिया भर में करोड़ों लोगों और कारोबारों को सेवाएं देते हैं।
जेफ बेजोस की संपत्ति
ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के अनुसार, मौजूदा समय में उनकी कुल संपत्ति 203 अरब डॉलर है और वे दुनिया के सबसे रईस शख्स हैं। 2018, 2019 और 2020 में बिल गेट्स की नेटवर्थ क्रमश: 6.12 लाख करोड़ रुपये, 6.79 लाख करोड़ रुपये और 8.58 लाख करोड़ रुपये थी। फोर्ब्स मैग्जीन के अनुसार, 1998 से लेकर अब तक उनकी संपत्ति 196 अरब डॉलर बढ़ी है। वहीं usatoday.com की रिपोर्ट के मुताबिक साल 1029 से अब तक उनकी संपत्ति में 73 फीसदी का इजाफा हुआ।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बेजोस आयकर की कम राशि का भुगतान करते हैं। रिपोर्ट में न्यूयॉर्क शहर स्थित गैर-लाभकारी संगठन प्रोपब्लिका का हवाला दिया, जिसने कुछ सबसे अमीर अमेरिकियों के आंतरिक राजस्व सेवा के डाटा की जांच की। आंकड़ों में कहा गया है कि बेजोस ने 2007 में फेडरल टैक्स नहीं चुकाया था। जबकि तब भी वह अरबपति थे। 2011 में जब उनकी कुल संपत्ति 18 अरब डॉलर थी, तब भी उन्होंने फेडलर टैक्स का भुगतान नहीं किया था और उन्हें अपने बच्चों के लिए 4,000 डॉलर का कर क्रेडिट भी मिला।
1994 में की अमेजन की शुरुआत
1994 में बेजोस ने एक गैराज से अमेजन की शुरुआत की थी। तब वे पुरानी किताबों की ही बिक्री करते थे। वह ऑर्डर आने पर खुद ही पैकेजिंग करते थे और उसे पोस्ट ऑफिस तक पहुंचाते थे। बाद में यह कॉन्सेप्ट काफी लोकप्रिया हुआ। इसके बाद जुलाई 1995 में इसकी वेबसाइट भी आ गई। अमेजन की रिपोर्ट के अनुसार, इसके करीब दो साल बाद 1997 के आखिर तक कंपनी के पास 150 से ज्यादा देशों में 15 लाख से ज्यादा ग्राहक थे।
पहला नाम नहीं था अमेजन
जेफ ने सबसे पहले कंपनी का नाम अमेजन नहीं सोचा था। वो ‘आबरा का डाबरा’ नाम से इतने आकर्षित थे, कि कंपनी का नाम ‘काडाबरा’ रखना चाहते थे। हालांकि उनके वकील ने ऐसा करने से मना किया था। इसके बाद उनको RELENTLESS नाम पसंद आया, लेकिन बात नहीं बनी। फिर उन्होंने इसका नाम अमेजन रखा।
बेजोस को मिला सम्मान
1999 में टाइम मैगजीन ने बेजोस को ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ और ‘द किंग ऑफ साइबर कॉमर्स’ की उपाधि दी थी। बेजोस 35 साल की उम्र में यह पुरस्कार पाने वाले चौथे युवा थे।