नई दिल्ली। आज भारत की पहली स्नातक और फिजीशियन महिला कादंबिनी गांगुली का 160वां बर्थडे है। इस अवसर पर गूगल ने उनके सम्मान में डूडल बनाया है। इस डूडल का चित्रण बैंग्लुरु के कलाकार ओड्रिजा ने किया है। डॉ. कादंबिनी गांगुली देश की पहली चिकित्सक होने के अलावा महिला मुक्ति के लिए एक मुखर कार्यकर्ता और एक स्वतंत्रता सेनानी भी थीं। उनको भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में सबसे पहले भाषण देने वाली महिला का गौरव भी प्राप्त है। वह पहली दक्षिण एशियाई महिला थीं जिन्होंने यूरोपियन मेडिसिन में प्रशिक्षण लिया था। उनका जन्म 18 जुलाई 1861 को भागलपुर ब्रिटिश भारत (अब बांग्लादेश) में हुआ था।
डॉ. गांगुली के पिता बृजकिशोर बसु भारत के पहले महिला अधिकार संगठन के सह-संस्थापक थे, जिन्होंने गांगुली को तब स्कूल भेजा जब भारतीय समाज में महिलाओं की शिक्षा को महत्वपूर्ण नहीं माना जाता था। 1883 में गांगुली और उनकी साथी चंद्रमुखी बसुइन भारतीय इतिहास में स्नातक करने वाली पहली महिला बनीं। इसके बाद उन्होंने प्रोफेसर और कार्यकर्ता द्वारकानाथ गांगुली से शादी कर ली। उनके पति ने उन्हें मेडिकल में डिग्री प्राप्त करने के लिए काफी प्रोत्साहन दिया था।
कादंबिनी 1884 में कोलकाता मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने वाली पहली महिला बनीं। 1886 में उन्होंने अपनी चिकित्सा की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद वे भारतीय-शिक्षित डॉ. बनने वाली पहली महिला बन गईं। यूके में काम करने और अध्ययन करने के बाद उन्होंने स्त्री रोग में विशेषज्ञता के साथ तीन अतिरिक्त डॉक्टरेट प्रमाणपत्र प्राप्त किए और 1890 के दशक में अपनी निजी प्रैक्टिस खोलने के लिए भारत लौट आईं। तीन अक्टूबर 1923 को कोलकाता में डॉ. गांगुली का निधन हो गया था।