Herbal mouth launched in the market, coronavirus will end in 60 seconds

बाजार में लॉन्च हुआ हर्बल माउथ, 60 सेकंड में खत्म होगा कोरोनावायरस

लखनऊ: कोरोना के वायरस मुंह से बाहर निकलकर दूसरे को निष्क्रिय न करें, इसलिए चेहरे का चलन बढ़ाने को कहा गया है। वायरस विषाणु मुंह-नाक के रास्ते फेफड़े तक पहुंचकर उन्हें नुकसान पहुंचा रहे हैं। अगर इस वायरस को मुंह में खत्म कर दिया जाए तो न यह छाती को बचाने कर पाएगा, न ही थूक के माध्यम से बाहर निकले लोगों को बीमार करेगा।
60 सेकंड में नष्ट हो जाएगा

इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश (यूपी) निवासी अमेरिकी वैज्ञानिक ने एक हर्बल माउथ सैनिटाइजर (हर्बल मुंह संजीवनी) तैयार किया है। इसके प्रयोग से कोरोनावायरस मुंह में ही नष्ट हो जाएगा। यह पूरी तरह से प्राकृतिक है। इसमें किसी प्रकार का कोई कैमिकल नहीं मिलाया गया है। सिद्धार्थनगर के बांसी के मूल निवासी और अमेरिका के मायलैंड में वर्दीफ्राम्ड सेवाएं आफ हेल्थ साइंस में वैज्ञानिक सहायक प्रोफेसर डॉ। शाश्वत शरद श्रीवास्तव ने ऐसा हर्बल सैनिटाइजर बनाया है, जिससे 60 सेकंड तक गरारा करने पर कोरोनावायरस नष्ट हो जाता है।

4-5 घंटे तक रहता है ‘गारे’ का असर

श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने यह हर्बल सैनिटाइजर बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालोजी एंड साइंस हैदराबाद की प्रोफेसर डॉ। सुमन कपूर के साथ मिलकर रवीशोर नाम से हर्बल एंटीवायरल माउथवाश और गार्गल का निर्माण किया है। दवा के तौर पर प्रयोग के लिए एम्स जोधपुर में इसकी क्लीनिकल ट्रायल चल रही है। डॉ। शरण ने बताया कि यह माउथवाश मुंह के वायरस, बैक्टीरिया और अन्य रोगों के कारक को नष्ट करता है। इसमें मुलेठी, ब्राह्मी, सैटवारी, कलौंजी, नीम, तुलसी, अश्वगंधा, सौंफ जैसी 24 औषधियों का अर्क है, जबकि दूसरे माउथवाश में संश्लेषित कैमिकल होता है, जिसका लंबे समय तक प्रयोग नुकसानदायक हो सकता है। इस हर्बल सैनिटाइजर से गरारे का असर चार-पांच घंटे तक रहता है।

कोरोना रोगियों के इलाज में भी प्रभावी है

यह हर्बल सैनिटाइजर कोरोनावायरस सहित किसी भी वायरस को मारने में सक्षम है। 3ML इस माउथवाश को 30ML पानी मे डाल कर दिन में तीन से चार बार 60 सेकंड तक गरारा करने से वायरस व्यक्ति के गले में ही खत्म हो जाता है। इससे वायरस को शरीर के अंदर जाने से रोका जा सकता है। कोरोनात्मक व्यक्ति भी इससे गरारा करने से जल्द ही संक्रमण मुक्त हो सकता है। अमेजन में यह राईट श्योर गार्गल और वन एमजी की बेवासिट पर उपलब्ध है। अभी इसकी कीमत लगभग 249 रुपए है।

इस तरह इंसानों के शरीर में पनपता है कोरोना

डॉ। शाश्वत ने बताया कि, ‘को विभाजित -19 वायरस संक्रमण के पहले 5 दिन जीभ और गले में पनपता है। वहाँ गुणात्मक वृद्धि करने के बाद वह फेफड़ों को धमक कर गंभीर संकट पैदा करता है। इस हर्बल सैनिटाइजर में प्रचुर मात्रा में सैपोनिन है, जो वायरस के वेज कवर को नष्ट कर देता है। इससे वायरस लोड कम हो जाता है और सांस लेने में संक्रमण की आशंका काफी कम होती है। वायरस के आवरण में पाए जाने वाले एस ग्लाइकोप्रोटीन में मैनोस और मैनन ग्लायकन होता है, जिससे सैनिटाइजर के तत्व तेजी से क्रिया करते हैं। ऐसे में कोरोनावायरस मानव कोशिका से जुड़ नहीं पाता है और वह निष्क्रिय हो जाता है। इसलिए सांस के जरिए बाहर आने के बाद भी वायरस नए व्यक्ति को सक्रिय नहीं करता है। ‘

बिना साइड इफेक्ट्स के मरीज ठीक हो जाएगा

वैश्विक एस्पंकोड बताते हैं कि लगभग 10 से 15 प्रतिशत रोगियों में यह निमोनिया जैसे गंभीर रोग में संशोधित हो जाता है। रवीशोर माउथवॉश और गार्गल पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को बिना नुकसान पहुंचाए संक्रमण को रोकने में सक्षम है। ये विभिन्न प्राकृतिक हर्बल पदार्थों का एक ऐसा नव संयोजन है जो श्वास कणों के द्वारा संचरित होने वाले सार्स-कोव 2 जैसे भयानक संक्रमणों को रोकने में सक्षम है। अत: यह रोग व्यक्तियों में रोग के प्रसार की तीव्रता कम कर सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम होता है।

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