कोपेनहेगन। कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी ने कहा है कि ग्रीनलैंड में बर्फ जितनी तेजी से पिघल रहा है उससे समुद्र का स्तर 23 फीट से ज्यादा बढ़ जाएगा। ग्रीनलैंड में बर्फ को लेकर कोपेनहेगन और आर्कटिक यूनिवर्सिटी आफ नॉर्वे ने संयुक्त स्टडी की है। ये रिसर्च सेन्ट्रल वेस्टर्न पार्ट में किया गया है, जो टॉप-5 ग्रीनलैंड में से एक है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2300 तक समुद्र का स्तर 1.2 मीटर बढ़ जाएगा वो भी तब जब 2015 पेरिस क्लाइमेट गोल को प्राप्त कर लिया जाएगा। जिस रतार से बर्फ पिघल रही है, उससे शंघाई से लंदन तक हर शहर खतरे में होंगे। लोरिडा, भारत भी खतरे की टॉप लिस्ट में है। अगर समुद्र में पानी 2 मीटर तक बढ़ा तो बांग्लादेश और मालदीव जैसे देश डूब जाएंगे।
धरती पर अस्थिरता की तस्वीरें आनी शुरू
ग्रीनलैंड में बर्फ पिघलने से अस्थिरता की तस्वीरें आनी शुरू हो गई हैं। कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और इस रिसर्च तो लीड करने वाले डॉ. निकल्स बोर्स ने कहा ग्रीनलैंड में तेजी से बर्फ का पिघलना काफी खतरनाक है। अभी हमारे पास एक हिस्से की ही रिपोर्ट है जबकि खतरा इससे कहीं ज्यादा बड़ा है। सेन्ट्रल-वेस्टर्न ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर के जैकबशवन ड्रेनेज बेसिन के आंकड़ों से पता चला है कि बर्फ की चादर का एक हिस्सा नष्ट होने के कगार पर पहुंच चुका है।
नष्ट होने की कगार पर पहुंच गई है बर्फ की चादर
वैज्ञानिक रिपडल और बोअर्स ने 1880 के बाद सेन्ट्रल-वेस्टर्न ग्रीनलैंड में बर्फ की चादर के पिघलने को लेकर गहरा विश्लेषण किया है और उसकी तुलना संबंधित मॉडल सिमुलेशन से की है। दोनों वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि ग्रीनलैंड में बर्फ की चादर का हिस्सा काफी अस्थिर हो गया है और काफी तेजी से पिघलने की वजह से अब यह नष्ट होने के कगार पर पहुंच गया है।
900 साल में पूरी तरह पिघल जाएगी बर्फ
वैज्ञानिक बोअर्स ने कहा कि हम लोग खतरे के कगार पर हैं। हर साल कार्बन डायआक्साइड का उत्सर्जन तेजी से हो रहा है, जिससे बर्फ का निर्बाध गति से पिघलना जारी है और शायद अब तक हम टिपिंग प्लाइंट को पार कर चुके हैं या पार कर रहे हैं। समुद्र में पानी का स्तर एक या दो मीटर बढ़ने में सैकड़ों साल लगते हैं और अगले एक हजार साल में ग्रीनलैंड का पूरा बर्फ पिघल जाएगा और शायद मानवता खत्म होने के कगार पर पहुंच जाए। ग्रीनलैंड की बर्फ की ये चादर करीब 17 लाख वर्ग किमी में फैली हुई है और वैज्ञानिकों ने कहा है कि करीब अगले 900 सालों में बर्फ की ये चादर पूरी तरह से पिघल जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि बर्फ की चादर इतनी तेजी से पिघल रही है कि आने वाले वक्त में समुद्र का स्तर 7 मीटर से ज्यादा बढ़ जाएगा।