इन्दौर | गीताप्रेस गोरखपुर को मिला गांधी शांति पुरस्कार… प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अध्यक्षता में लिया गया यह फ़ैसला | यह पुरस्कार गीता प्रेस को ‘अहिंसा और गांधीवादी तरीके से सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्र में बदलाव लाने में उत्कृष्ट योगदान’ के लिए दिया जा रहा है!
#गीताप्रेस को मिला.. #गांधी_शांति_पुरस्कार @PMOIndia श्री @narendramodi जी की अध्यक्षता में लिया गया फ़ैसला।
यह पुरस्कार @GitaPress को 'अहिंसा और गांधीवादी तरीके से सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्र में बदलाव लाने में उत्कृष्ट योगदान' के लिए दिया जा रहा है।#GandhiPeacePrize pic.twitter.com/R5m4j3QY04
— Nilesh Upadhyay (मोदी का परिवार) (@NileshBetmaBJP) June 18, 2023
गीता प्रेस की स्थापना 1923 में हुई थी!
अब तक यहां से 14 भाषाओं में 41.7 करोड़ किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं. इनमें से 16.21 करोड़ श्रीमद्भागवत गीता शामिल है! इस पुरस्कार के साथ एक करोड़ रुपये की राशि दी जाती है! इससे पहले ये पुरस्कार इसरो, रामकृष्ण मिशन, बांग्लादेश ग्रामीण बैंक को दिया जा चुका है! वहीं, इस पुरस्कार से दक्षिण अफ्रीका के दिवंगत नेता श्री नेल्सन मंडेला और बाबा आमटे को भी सम्मानित किया गया है।
Nilesh Upadhyay