नई दिल्ली: हिंदू पंचांग का आखिरी महीना फाल्गुन कहलाता है जो अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से कभी फरवरी तो कभी मार्च का महीना होता है. इसके बाद चैत्र का महीना आता है जिसे हिंदू नववर्ष की शुरुआत माना जाता है. बसंत ऋतु का प्रभाव होने की वजह से इस दौरान सर्दी कम होने लगती है और धीरे-धीरे गर्मी की शुरुआत हो जाती है. पौराणिक मान्यताओं की मानें तो माघ महीने की ही तरह फाल्गुन मास का भी उतना ही विशेष धार्मिक महत्व है.
28 फरवरी से शुरू हो रहा है फाल्गुन का महीना
साल 2021 में फाल्गुन महीने की शुरुआत 28 फरवरी रविवार से हो रही है जो 28 मार्च तक रहेगा. फाल्गुन महीने के दौरान महाशिवरात्रि से लेकर होली तक कई प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं. इसके अलावा फाल्गुन माह के दौरान भगवान श्री कृष्ण की पूजा विशेष रूप से फलदायी माना जाती है. इस दौरान कृष्ण के 3 स्वरूपों- बाल कृष्ण, युवा कृष्ण और गुरु कृष्ण की पूजा की जाती है. साथ ही पौराणिक मान्यताओं के अनुसार फाल्गुन के महीने में ही चंद्रमा का जन्म हुआ था इसलिए इस माह चंद्र देव की भी पूजा की जाती है.
1. जानकी जयंती या सीता अष्टमी- फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को माता सीता की जयंती, 6 मार्च शनिवार
2. विजया एकादशी- फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी, 9 मार्च मंगलवार
3. महाशिवरात्रि- फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि, 11 मार्च गुरुवार
4. फाल्गुनी अमावस्या- 13 मार्च दिन शनिवार
5. फुलेरा दूज- फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि, 15 मार्च सोमवार
6. आमलकी एकादशी- फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि, 25 मार्च, गुरुवार
7. होलिका दहन- फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा, 28 मार्च रविवार