नई दिल्ली। बिहार चुनाव में भाजपा के फ्री कोरोना वैक्सीन के वादे को चुनाव आयोग ने आचार सहिंता का उल्लंघन नहीं माना है। साथ ही आयोग ने पार्टी को क्लीन चिट भी दे दी है। आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने इस मामले चुनाव आयोग से शिकायत की थी।
भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए अपने संकल्प पत्र में बिहार में कोरोना का फ्री टीका लगवाने का वादा किया है। विपक्षियों ने इसे आचार सहिंता का उल्लंघन बताया था। वहीं भाजपा नेता कह रहे थे कि यह उल्लंघन नहीं है। आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने 28 अक्टूबर को चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि फ्री वैक्सीन की घोषणा केंद्र सरकार की शक्तियों का दुरुपयोग और मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश है। ये वादा ऐसे समय में किया गया है जिस समय वैक्सीन नीति तक तय नहीं की गई है।
साकेत की शिकायत का जवाब देते हुए चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के तीन प्रावधानों का उल्लेख किया है। जिसके मुताबिक घोषणा पत्र में संविधान के प्रतिकूल कोई बात नहीं होनी चाहिए। ऐसे किसी वादे से बचना चाहिए जो चुनाव प्रक्रिया की पवित्रता का उल्लंघन करता हो या मतदाताओं पर कोई अवांक्षित प्रभाव डालता हो। मतदाताओं का विश्वास जीतने के लिए वही वादे किए जाने चाहिए जिन्हें पूरा किया जा सकता हो। आयोग ने कहा कि अलग-अलग चुनाव में राजनीतिक पाटियां अपना घोषणापत्र जारी करती हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि इस मामले में इनमें से किसी प्रावधान का उल्लंंघन नहीं हुआ है। कल्याणकारी योजनाओं को आचार संहिता से बाहर रखे जाने की पहले भी मिसाल रही है।