भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर समेत अन्य जिलों में लगातार कोरोना के केस मिल रहे हैं। लेकिन मंत्री और विधायकों को इसकी परवाह नहीं है। विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन भी मंगलवार को कई विधायक और मंत्री बिना मास्क लगाए पहुंचे। संस्कृति और पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर भी बिना मास्क के विधानसभा आई। ठाकुर को मुख्यमंत्री की कोरोना से बचाव की अपील के बारे में याद दिलाया गया तो उन्होंने कहा- मैं हनुमान चालीसा का पाठ करती हूं। प्रतिदिन शंख बजाती हूं। काढ़ा पीती हूं। गोबर के कंडे पर हवन करती हूं। इससे इम्युनिटी बढ़ती है। यह मेरा कोरोना से बचाव है। गमछा गले में रखती हूं, अगर कोई पास आए तो मुंह पर रख लेती हूं।
ठाकुर ने कहा कि वेदों को 10 हजार साल पूरे हो रहे हैं। दुनिया में जिसे श्रेष्ठतम तरीके से जीना है, वह वैदिक जीवन पद्धति अपनाए। उसे कोई तकलीफ छू भी नहीं पाएगी।
इंदौर में लगातार कोरोना केस मिलने पर मंत्री ठाकुर ने कहा कि लोग सड़कों पर चाट पकौड़ी खाने आ रहे। बेवजह सड़कों पर आते-जाते हैं, तभी मामले बढ़े हैं। इंदौर में सोमवार को कोरोना के 102 नए केस सामने आए हैं। यहां संक्रमितों की कुल संख्या 57 हजार पहुंच गई है।
दमोह के पथरिया से विधायक रामबाई ने कहा- जिसके पास हिम्मत होती है, वही कुछ कर सकता है। मास्क नहीं लगाने पर जो जुर्माना होगा, वह मैं दे दूंगी। लेकिन, मास्क नहीं लगाऊंगी। मुझे घबराहट होती है।
कोरोना से बचाव के लिए सतर्कता बरतें
मुख्ममंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना फिर से पैर न पसारे, इसके लिए हम सभी को सजग रहना है। इंदौर और भोपाल में कुछ पॉजिटिव मामले आने के बाद यह सावधानी बहुत जरूरी हो गई है। शासन ने मेलों में विशेष रूप से सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए हैं। लोग मास्क अवश्य पहनें।
कोरोना के चलते स्थगित हुआ था शीतकालीन सत्र
विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 से 30 दिसंबर 2020 तक बुलाया गया था, लेकिन कोरोना के चलते इसे स्थगित कर दिया गया था। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों पर कोरोना के फर्जी आंकड़े देने का आरोप लगाया था। सत्र से पहले विधानसभा के करीब 35 कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।