भोपाल. मध्य प्रदेश के कई ज़िलों में अगले महीने से लॉकडाउन खुलने की खबरें हैं. सरकार ने राजधानी भोपाल समेत कई ज़िलों में कर्फ्यू खत्म करने की कवायद 1 जून से शुरू करने का ऐलान कर दिया है. लेकिन सवाल यह है कि यह अनलॉक कैसे किया जाए? क्या एकदम से पूरी तरह सारे प्रतिबंध खत्म कर दिए जाएं या किसी चरणबद्ध ढंग से? अगर इस मामले में आपके पास कोई सुझाव है तो आप इसे सीधे सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंचा सकते हैं.
एक तरफ मध्य प्रदेश सरकार ने मंत्रियों के 5 समूह बनाए हैं, जिनमें से एक कोरोना कर्फ्यू को खोले जाने के बारे में सुझाव देगा तो दूसरी तरफ सरकार नागरिकों से भी विचार साझा करने को कह रही है.
मध्य प्रदेश में अनलॉक की प्रक्रिया को लेकर रणनीति बनाई जा रही है. एक तरफ राज्य के कुछ मंत्रियों की कमेटी बनाई गई है, जो धीरे धीरे कोरोना कर्फ्यू खत्म करने के संबंध में रणनीति बनाने संबंधी सुझाव देगी, तो दूसरी तरफ सीधे लोगों से भी सुझाव मांगे जा रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए ईमेल या वॉट्सएप के ज़रिये प्रदेश की जनता से इस बारे में राय देने को कहा है.
आप कैसे दे सकते हैं सुझाव?
सीएम ने अपने ट्वीट में आम लोगों को सुझाव भेजने के तीन रास्ते बताए हैं. आप 31 मई, 2021 तक सरकार को सुझाव भेजने के लिए सबसे पहले तो covid19.homemp@gmail.com एड्रेस पर ईमेल कर सकते हैं. दूसरे, mp.mygov.in पोर्टल पर जाकर अपनी बात कह सकते हैं और इससे भी ज़्यादा आसान तरीका यह है कि आप अपनी बात +91-909 815 1870 नंबर पर वॉट्सएप मैसेज भी कर सकते हैं.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किए ट्वीट.
मेरे प्रिय भाइयों-बहनों, भांजे-भांजियों, #COVID19 के विरुद्ध मध्यप्रदेश जीत की ओर तेजी से अग्रसर है।
जीवन को पटरी पर लाने के लिए 1 जून से हम अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ कर रहे हैं। अत: #MPJantaCurfew को अनलॉक करने की प्रक्रिया के लिए आपके सुझाव सादर आमंत्रित हैं। #MPFightsCorona
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 26, 2021
इन मंत्रियों की कमेटी बनी है
प्रदेश में धीरे धीरे सामान्य जन-जीवन बहाली के संबंध में सुझाव देने के लिए जो कमेटी बनाई गई है, उसमें गृह, जेल, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जनजातीय कार्य, अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह मांडवे, किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह सिसोदिया, सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद भदौरिया, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग, लोक निर्माण राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ शामिल हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले चौहान ने साफ तौर पर कहा था कि अनलॉक के दौरान एक साथ पूरी तरह शहर नहीं खुलेगा. अनलॉक के बाद भी सख्त नियम-कायदे लागू रहेंगे ताकि भीड़ जमा न हो सके. सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक आयोजनों को अनुमति भी स्थिति में लगातार सुधार के बाद ही मिल सकेगी. सिलसिलेवार अनलॉक के पहले चरण में कोचिंग क्लास, शॉपिंग मॉल, थिएटर, रेस्टोरेंट और भीड़ वाले स्थान भी बंद रहेंगे.