मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने खंडवा ज़िले के मूँदी में आयोजित अवधूत सिद्ध महायोगी श्री दादा गुरुजी की तृतीय चरण की माँ नर्मदा सेवा परिक्रमा यात्रा में भाग लिया। इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने नर्मदा संरक्षण के मुद्दे पर दादा गुरुजी से चर्चा की और आशीर्वाद प्राप्त किया। इस महत्वपूर्ण यात्रा में मुख्यमंत्री के साथ कई प्रमुख जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मूँदी में स्थित माँधाता विधायक श्री नारायण पटेल के निवास पर, जहाँ दादा गुरुजी के ठहरने के लिए कुटिया का निर्माण किया गया था, उसका फीता काटकर शुभारंभ किया। यह कुटिया नर्मदा संरक्षण और साधना की प्रक्रिया को और अधिक सुगम बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा नदी के संरक्षण की आवश्यकता को जोर देते हुए, सभी से इस दिशा में योगदान देने की अपील की।
मूँदी में मुख्यमंत्री के आगमन पर स्थानीय लोगों ने उनका गरिमापूर्ण स्वागत किया। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव पर पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने भी स्थानीय रेस्टोरेंट में रुककर चाय का आनंद लिया और आम जनता के साथ संवाद किया।
इस यात्रा के दौरान, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल, पशु पालन एवं डेयरी राज्यमंत्री श्री लखन पटेल, सांसद श्री ज्ञानेश्वर पाटिल, मांधाता विधायक श्री नारायण पटेल, खंडवा विधायक श्री कंचन तनवे, पंधाना विधायक श्रीमती छाया मोरे, खंडवा महापौर श्रीमती अमृता यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पिंकी वानखेड़े, संभागायुक्त इंदौर श्री दीपक सिंह, आईजी श्री अनुराग, डीआईजी श्री सिद्धार्थ बहुगुणा, कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता और पुलिस अधीक्षक श्री मनोज राय सहित कई प्रमुख अधिकारी एवं जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य नर्मदा नदी के संरक्षण की दिशा में जागरूकता फैलाना था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर कहा कि नर्मदा नदी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है, और इसके संरक्षण के लिए हमें हर संभव प्रयास करना होगा। उन्होंने प्रदेशवासियों से नर्मदा संरक्षण को लेकर प्रतिबद्धता की अपील की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस यात्रा के माध्यम से यह संदेश दिया कि नर्मदा नदी को बचाने के लिए समग्र प्रयासों की आवश्यकता है और सभी स्तरों पर जागरूकता फैलाने का काम किया जाना चाहिए। यात्रा के दौरान अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने नर्मदा के संरक्षण के लिए विभिन्न योजनाओं और उपायों पर विचार-विमर्श किया, ताकि भविष्य में नर्मदा नदी की अविरलता और निर्मलता बनाए रखी जा सके।
मुख्यमंत्री का यह कदम न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार की गंभीरता और प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। नर्मदा सेवा परिक्रमा यात्रा में शामिल होकर मुख्यमंत्री ने नर्मदा के प्रति अपनी आस्था और समर्पण को और भी मजबूत किया।
नर्मदा सेवा परिक्रमा यात्रा का महत्व:
माँ नर्मदा सेवा परिक्रमा यात्रा नर्मदा नदी के संरक्षण और स्वच्छता के उद्देश्य से आयोजित की जाती है। यह यात्रा धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। यात्रा के दौरान नर्मदा के किनारे बसे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता और नर्मदा की अविरल धारा के संरक्षण के उपायों पर जोर दिया जाता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यह भागीदारी इस यात्रा को और भी महत्वपूर्ण बना देती है, क्योंकि इसके माध्यम से नर्मदा के संरक्षण के लिए सरकार के प्रयासों को और गति मिलती है।