नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मैक्रों के खिलाफ देश के कई शहरों में मुस्लिम समुदाय के तरफ से प्रदर्शन हो रहे हैं। भोपाल में भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया। मैक्रों के खिलाफ नारेबाजी की, उनकी तस्वीरों को रौंदा। देशभर में इस विवाद पर सियासत गरम है। शुक्रवार को योग गुरु बाबा रामदेव ने इस प्रदर्शन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा- सरकार को ऐसे जलसे और जुलूस की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
बाबा रामदेव ने देश के मुसलमानों के रवैये पर भी सवाल उठाए। कहा- बार-बार एक ही संप्रदाय के लोग आकर क्यों आग लगाने लग जाते हैं? फिर हिंदू भी सोचेंगे कि आग ही लगाओ। आप अपनी मान्यता पर विश्वास रखो, लेकिन पूरी दुनिया पर तो नहीं थोप सकते। स्वयं के प्रति दृढता रखो और दूसरों के प्रति उदारता रखो। स्वधर्म निष्ठा, परधर्म सहिष्णुता रखो। रामदेव ने कहा कि ध्रुवीकरण की घृणित राजनीति खत्म होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ये जो पोलराइजेशन की पॉलिटिक्स है, ये जो पोलराइजेशन के नाम पर मजहबी जमात इकट्ठा की जाती है, यह बंद होना चाहिए। यह ध्रुवीकरण का पूरा का पूरा घृणित अजेंडा है। इस पर लगाम लगाना होगा।
रामदेव बोले- मजहबी उन्माद के कारण युद्ध होते हैं
रामदेव ने कहा कि मजहबी उन्मादों के कारण ही दुनिया में युद्ध हुए हैं। आज तक दुनिया में जितने भी युद्ध हुए हैं, उनमें सबसे बड़ा कारण मजहबी उन्माद है, मजहबी फसाद है। उन्होंने सवाल किया कि क्या पैगंबर मोहम्मद ने, क्या ईसा मसीह ने, क्या गुरुनानक देवजी ने, क्या भगवान महावीर ने, क्या बुद्ध ने, क्या भगवान राम, कृष्ण, शिव ने, किसी भी महापुरुष ने किसी मजहबी कट्टरता की बात की। कभी नहीं की। आगे कहा- सभी ने एक बात कही है कि सभी मनुष्य एकसमान हैं। हिंसा तो बहुत दूर की बात है, ये तो कहते हैं कि कभी किसी का दिल तक मत दुखाओ। तो क्या तमाशा चल रहा है? किस बात का प्रदर्शन हो रहा है?
खूनखराबा करना पापा है, अपराध है
योग गुरु ने कहा कि इंसान की गर्दन काट दी जाती है, कत्ल कर दिए जाते हैं, इस बात के लिए कि हमारे किसी पुरखे का कार्टून क्यों बना दिया? उन्होंने सवाल किया- इतनी असहिष्णुता क्यों? मजहब के नाम पर खून-खराबा करना, लोगों की गर्दनें काटना, लोगों का कत्लेआम करना, यह धर्म नहीं, यह अधर्म है, यह पाप है, यह सरासर अपराध है। यह दुनिया को युद्ध की तरफ धकेलने वाला है।
एक दिन पहले भोपाल में फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन
भोपाल के इकबाल मैदान में गुरुवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के विरोध में मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया था। हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी की गई। फ्रांस का राष्ट्रीय ध्वज जलाकर विरोध किया। जिला प्रशासन को दिए ज्ञापन में कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति अपने बयान पर माफी मांगें। भारत सरकार से फ्रांस से सभी तरह के संबंध तोड़ने की अपील की। तलैया पुलिस ने मध्य क्षेत्र के विधायक आरिफ मसूद समेत करीब 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ कोरोनाकाल में गाइडलाइन का उल्लंघन करने का केस दर्ज किया।
फ्रांस में हिस्ट्री टीचर की हत्या की गई थी
कुछ दिन पहले फ्रांस में पैगम्बर साहब का कार्टून क्लास में दिखाने वाले एक हिस्ट्री टीचर की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से फ्रांस सरकार इस्लामिक संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। राष्ट्रपति ने टीचर का बचाव किया था। इससे दुनिया भर के मुस्लिम समुदाय में नाराजगी है। दुनिया के कई इस्लामिक देशों में फ्रांस की आलोचना की जा रही है और इसके खिलाफ प्रदर्शन भी हो रहे हैं।