A blow to Ahmed Masood, taking on the Taliban, an ally killed in the battle of Panjshir

तालिबान से लोहा ले रहे अहमद मसूद को झटका, पंजशीर की लड़ाई में सहयोगी की गई जान

काबुल : अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान अगली सरकार बनाने की तैयारी कर रहा है. पंजशीर प्रांत को छोड़कर तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है. पंजशीर में तालिबानी लड़ाकों और विरोधी गुट रेसिस्टेंस फ्रंट के बीच भीषण लड़ाई जारी है. घाटी में तालिबान से लोहा ले रहे अहमद मसूद को तगड़ा झटका लगा है. मसूद के सहयोगी और रेसिस्टेंस फ्रंट के प्रवक्ता फहीम दश्ती की पंजशीर की लड़ाई में मौत हो गई.

अफगानिस्तान के न्यूज चैनल टोलो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से दश्ती की मौत की जानकारी दी है. घाटी में लड़ाई के दौरान ही दश्ती की रविवार को जान चली गई. इसके अलावा, नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान के फेसबुक पेज से भी दश्ती के नहीं रहने की जानकारी दी गई है. फेसबुक पेज ने लिखा है कि हमने आज दो प्यारे भाइयों, साथियों और फाइटर्स को खो दिया. अमीर साहब अहमद मसूद के कार्यालय के प्रमुख फहीम दश्ती और फासीवादी समूह के खिलाफ लड़ाई में अफगानिस्तान के राष्ट्रीय नायक के भतीजे जनरल साहिब अब्दुल वदूद झोर. उधर, सूत्रों के अनुसार, अमरुल्लाह सालेह पंजशीर में ही किसी सुरक्षित और अज्ञात जगह पर हैं, जबकि अहमद मसूद पिछले तीन दिनों से ताजिकिस्तान में हैं.

अफगानिस्तान के पत्रकार फ्रूड बेजान ने भी ट्वीट कर बताया है कि पंजशीर में फहीम दश्ती की जान चली गई है. पिछले महीने ‘इंडिया टुडे’ से बात करते हुए फहीम दश्ती ने कहा था कि वह पंजशीर में न केवल तालिबान के खिलाफ प्रांत के लिए बल्कि अफगानिस्तान के लिए भी लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा था, “हम सिर्फ एक प्रांत के लिए नहीं, बल्कि पूरे अफगानिस्तान के लिए लड़ रहे हैं. हम अफगानों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों के अधिकारों के बारे में चिंतित हैं. तालिबान को समानता और अधिकारों का आश्वासन देना होगा.”

पंजशीर से लड़ाकों को वापस बुलाए तालिबान -उन्होंने यह भी कहा था कि वे विभिन्न देशों के संपर्क में हैं और बाकी दुनिया से उनकी उम्मीद तालिबान से बात करने और उन्हें बातचीत की मेज पर लाने की है. इस बीच, पंजशीर में अहमद मसूद ने रविवार को कहा कि अगर तालिबान क्षेत्र से अपने लड़ाकों को वापस लेता है तो वह शांति वार्ता के लिए तैयार हैं. अहमद मसूद ने एक बयान में कहा, “अगर तालिबान पंजशीर और अंदराब में अपने सैन्य हमलों को समाप्त करता है, तो शांति के लिए युद्ध को तुरंत रोकने के लिए तैयार हैं.”

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