31 मई 2025 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर महिला सशक्तिकरण परियोजना का वर्चुअल शुभारंभ किया। यह आयोजन विशेष रूप से महिलाओं को समर्पित था और इसे ‘देवी अहिल्याबाई नारी सशक्तिकरण मिशन’ के रूप में प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य और महत्व
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सुरक्षा और आर्थिक आत्मनिर्भरता के क्षेत्रों में सशक्त बनाना है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “देवी अहिल्याबाई होलकर का जीवन हमें नारी के सम्मान और सशक्तिकरण की प्रेरणा देता है।” उन्होंने यह भी कहा कि यह मिशन मध्य प्रदेश की महिलाओं को राज्य के विकास में सक्रिय भागीदार बनाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की भूमिका
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर देवी अहिल्याबाई के शासनकाल को सुशासन, स्वावलंबन और सांस्कृतिक उत्थान का प्रतीक बताया। उन्होंने उनकी महिला सशक्तिकरण से जुड़ी ऐतिहासिक पहल जैसे दहेज विरोध, संपत्ति में महिला अधिकार और विधवा पुनर्विवाह पर प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि देवी अहिल्याबाई के आदर्शों पर चलकर मध्यप्रदेश की महिलाएं राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाएंगी।
परियोजना की प्रमुख घोषणाएँ
- महिला उद्यमियों के लिए पूंजी अनुदान: सरकार ने महिला उद्यमियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए पूंजी अनुदान की घोषणा की है।
- पर्यटन प्रशिक्षण: महिलाओं को पर्यटन क्षेत्र में प्रशिक्षण देने के लिए विशेष कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
- सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण: महिलाओं के लिए सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण की व्यवस्था की गई है।
- विभिन्न सामाजिक योजनाएँ: महिलाओं के कल्याण के लिए विभिन्न सामाजिक योजनाओं की शुरुआत की गई है।
कार्यक्रम में भागीदार
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री, राज्य मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम का आयोजन वर्चुअल माध्यम से किया गया, जिससे प्रदेश भर की महिलाएं इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनीं।
देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर आयोजित यह कार्यक्रम न केवल उनके योगदान को सम्मानित करने का अवसर था, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल से मध्य प्रदेश की महिलाएं अब और अधिक सशक्त और आत्मनिर्भर बनेंगी।
यह आयोजन प्रदेश की महिलाओं के लिए एक नई दिशा और प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जिससे वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगी और समाज में अपनी भूमिका को मजबूती से निभा सकेंगी।