दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में आज, 25 मई 2025 को, भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा जारी रेड अलर्ट के बाद, तेज़ बारिश और तूफ़ानी हवाओं के कारण कई स्थानों पर जलभराव और यातायात में भारी रुकावटें आईं। इस दौरान, दिल्ली के ऐतिहासिक मिंटो ब्रिज के नीचे एक कार जलमग्न हो गई, जिससे क्षेत्रीय प्रशासन और नागरिकों के लिए चिंता का विषय बन गया।
मिंटो ब्रिज: एक ऐतिहासिक स्थल और जलभराव की स्थायी समस्या
मिंटो ब्रिज, जिसे शाही पुल भी कहा जाता है, 1926 में निर्मित हुआ था और यह दिल्ली रेलवे स्टेशन को कनेक्ट करता है। इस पुल के नीचे स्थित अंडरपास एक निचला क्षेत्र है, जो भारी बारिश के दौरान जलभराव का शिकार हो जाता है। यहां तक कि मामूली बारिश में भी जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जिससे यातायात बाधित होता है और वाहन फंस जाते हैं। इस क्षेत्र में जलभराव की समस्या स्वतंत्रता संग्राम के समय से चली आ रही है, और कई प्रयासों के बावजूद यह समस्या बनी हुई है।
आज की घटना: मिंटो ब्रिज के नीचे डूबी कार
आज सुबह, मिंटो ब्रिज के नीचे एक काली रंग की कार जलमग्न हो गई। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में यह कार पानी में तैरती हुई नजर आ रही है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि जलभराव की समस्या गंभीर हो गई है। इस घटना ने प्रशासन की तैयारियों और जलनिकासी व्यवस्था की प्रभावशीलता पर सवाल उठाए हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और पूर्व के प्रयास
इससे पहले, 2020 में भी मिंटो ब्रिज के नीचे जलभराव के कारण एक ट्रक डूब गया था, जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी। उस घटना के बाद, सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) ने सीसीटीवी कैमरे लगाए थे और जलनिकासी के लिए अतिरिक्त प्रयास किए थे। हालांकि, इन प्रयासों के बावजूद, जलभराव की समस्या पूरी तरह से समाप्त नहीं हो पाई है।
मौसम विभाग की चेतावनी और नागरिकों के लिए सुझाव
IMD ने आज के लिए दिल्ली और NCR में तेज़ बारिश और तूफ़ानी हवाओं की चेतावनी जारी की थी, जिसमें हवा की गति 40-60 किमी/घंटा तक हो सकती है। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे आवश्यक कार्यों के लिए घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें। साथ ही, यातायात की स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के लिए ट्रैफिक पुलिस की वेबसाइट या हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग करें।
मिंटो ब्रिज के नीचे जलभराव की समस्या दिल्ली की एक पुरानी और निरंतर चुनौती है। हालांकि प्रशासन ने इस समस्या के समाधान के लिए कई प्रयास किए हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि इन प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता है। नागरिकों को भी इस मौसम में सावधानी बरतने और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है, ताकि इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।
दिल्ली और NCR में इस प्रकार की जलभराव की घटनाओं की पुनरावृत्ति से निपटने के लिए एक समग्र और दीर्घकालिक योजना की आवश्यकता है, जिसमें जलनिकासी प्रणालियों का उन्नयन, निचले क्षेत्रों की पहचान और सुधार, और नागरिकों की जागरूकता शामिल हो। केवल तभी हम इस समस्या से प्रभावी रूप से निपट सकते हैं और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।