भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है, जो 23 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से शुरू हुआ था। इस हमले में 27 लोग मारे गए थे, जिनमें 25 हिंदू पर्यटक, एक ईसाई पर्यटक और एक स्थानीय मुस्लिम शामिल थे। इस हमले की जिम्मेदारी The Resistance Front (TRF) ने ली थी, जिसे पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी समूह माना जाता है। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और जवाबी कार्रवाई की योजना बनाई।
भारत की प्रतिक्रिया: ऑपरेशन सिंदूर
7 मई 2025 को, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के विभिन्न स्थानों पर मिसाइल हमले किए। इन हमलों में पाकिस्तान के बहावलपुर, मुरिदके, गुलपुर, भीमबर, चक अमरू, बाग, कोटली, सियालकोट और मुजफ्फराबाद जैसे शहरों को निशाना बनाया गया। भारत का दावा है कि इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी समूहों के ठिकानों को नष्ट किया गया। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इन हमलों में कम से कम 100 आतंकवादी मारे गए हैं।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने इन हमलों को “युद्ध का कृत्य” करार दिया और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि “हर एक बूंद का बदला लिया जाएगा”। पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारतीय वायुसेना के पांच विमान और 25 ड्रोन को मार गिराया। इसके अलावा, पाकिस्तान ने भारतीय सीमा पर भारी गोलाबारी की, जिससे दोनों देशों में नागरिकों की मौतें हुईं। पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के विमानों को अपने हवाई क्षेत्र में घुसने से रोकने के लिए अपनी वायु रक्षा प्रणालियों का इस्तेमाल किया।
सीमा पर स्थिति
भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारी गोलाबारी और ड्रोन हमले जारी हैं। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर सीमा उल्लंघन और नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। भारत ने अपनी S-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली का उपयोग करके पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को नाकाम किया। इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान के हवाई रक्षा प्रणालियों को नष्ट करने के लिए SEAD/DEAD ऑपरेशन चलाए।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र, चीन, रूस, अमेरिका, ब्रिटेन, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों ने दोनों देशों से संयम बरतने और कूटनीतिक माध्यमों से विवाद हल करने की अपील की है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी शांति की अपील की है और मध्यस्थता की पेशकश की है।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक गंभीर मोड़ पर पहुंच चुका है, जो दोनों देशों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। दोनों देशों के पास परमाणु हथियार हैं, जिससे कोई भी सैन्य संघर्ष व्यापक और विनाशकारी हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी है कि वह दोनों देशों को शांति की ओर मार्गदर्शन करें और इस संकट को कूटनीतिक तरीके से हल करने का प्रयास करें।