Sharath Kamal and Manika Batra will be responsible for creating history

इतिहास रचने की जिम्मेदारी होगी शरत कमल और मनिका बत्रा पर

नई दिल्ली। किसी जमाने में पिंग पोंग’ नाम से कुलीन वर्ग के शौकिया खेल के रूप में जन्म लेने वाला टेबल टेनिस जब से ओलिंपिक खेलों का हिस्सा बना तब से लेकर अब तक भारत ने हर बार इसमें खिलाड़ी उतारे लेकिन उनकी भूमिका प्रतिनिधित्व तक ही सीमित रही है। तोक्यो ओलंपिक में टेबल टेनिस में भारत के चार खिलाड़ी अपनी चुनौती पेश करेंगे और वे केवल अनुभव हासिल करने या प्रतिनिधित्व करने के लक्ष्य के साथ वहां नहीं जा रहे हैं। अनुभवी अचंता शरत कमल और युवा मनिका बत्रा ने हाल के प्रदर्शन के दम पर पदक जीतना अपना लक्ष्य बनाया है तो जी साथियान और सुत्रिता मुखर्र्जी की निगाह भी उलटफेर करने पर टिकी है। शरत कमल के यह चौथे ओलंपिक खेल होंगे जो भारतीय रिकॉर्ड होगा। शरत और मनिका ने अपनी रैंकिंग के आधार पर ओलंपिक में जगह बनायी जबकि साथियान और सुत्रिता ने मार्च में दोहा में एशियाई क्वालीफायर्स के जरिये तोक्यो जाने का टिकट हासिल किया। शरत और मनिका मिश्रित युगल में भी अपनी चुनौती पेश करेंगे। टेबल टेनिस को ओलंपिक में जगह बनाने के लिये लंबा इंतजार करना पड़ा था। सियोल ओलंपिक 1988 में पहली बार पुरुष और महिला वर्ग में एकल और युगल स्पर्धाएं आयोजित की गयी थी। बीजिंग ओलंपिक 2008 के बाद युगल की जगह टीम स्पर्धा को शामिल किया गया।

भारत 119 खिलाड़ियों सहित तोक्यो के लिए 228 सदस्यीय दल भेजेगा

नई दिल्ली। भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने मंगलवार को कहा कि भारत 119 खिलाड़ियों सहित तोक्यो ओलंपिक के लिए 228 सदस्यीय दल भेजेगा। ओलंपिक जाने वाले खिलाड़ियों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बातचीत के दौरान बत्रा ने बताया कि 119 खिलाड़ियों में से 67 पुरुष और 52 महिला प्रतिभागी हैं। यह ओलंपिक में भारत का अब तक का सबसे बड़ा खिलाड़ियों का दल होगा। उन्होंने कहा, तोक्यो जाने वाला पहला दल 17 जुलाई को यहां से रवाना होगा। इसमें कुल 90 एथलीट और अधिकारी होंगे। टूर्नामेंट के लिए भारतीय खिलाड़ियों ने जोरदार तैयारी की है।

तोक्यो में खिलाड़ियों के समर्थन करते तीन स्मारक का अनावरण

तोक्यो। तोक्यो 2020 ओलिंपिक की आयोजन समिति ने मंगलवार को तीन स्मारकों का अनावरण किया जिन्हें 2011 जापान भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित तोहोकु के तीन प्रांतों और शेष विश्व के बीच के संबंध के रूप में डिजाइन किया गया है। इन स्मारकों का निर्माण आपदाग्रस्त क्षेत्रों में बनाए गए अस्थाई घरों में बनी खिड़कियों के फ्रेम में इस्तेमाल एम्युमीनियम का पुननर्वीनीकरण करके किया गया है। तोहोकु के फुकुशिमा और इवाते प्रांतों के माध्यमिक और उच्च विद्यालय के छात्रों का धन्यवाद संदेश भी इनमें लिखा गया है। खेलों के दौरान ये स्मारक तोक्यो में नए ओलंपिक स्टेडियम के साथ लगी ह्यमेइजी मेमोरियल पिक्चर गैलरी’ के सामने प्रदर्शित किए जाएंगे।

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