App will detect depression through voice

आवाज के जरिये डिप्रेशन का पता लगा लेगा ऐप…

वाशिंगटन। वैज्ञानिक एक ऐसा स्मार्टफोन ऐप बनाने जा रहे हैं, जो व्यक्ति की आवाज में बदलाव को भांपकर उसके डिप्रेशन में होने का पता लगा लेगा। मेरीलैंड यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स का कहना है कि जब व्यक्ति डिप्रेशन में होता है तो उसकी आवाज का संतुलन बदल जाता है। इस समस्या के शिकार लोग जल्दी कुछ सोच नहीं पाते हैं तथा उनकी बोलने की रफ़्तार धीमी हो जाती है। ऐसे लोग सामान्य व्यक्ति की अपेक्षा अधिक रुक-रुकर बोलते हैं।

मानसिक रोगों के डॉक्टरों के लिए उपयोगी होगा यह ऐप

प्मानसिक स्वास्थ्य की चिकित्सा करने वाले डॉक्टरों के लिए यह ऐप उपयोगी हो सकता है। वे अपने मरीजों को ऐप देकर घर में विभिन्न समय में उनके मूड एवं आवाज की रिकॉर्डिंग का उपयोग मरीज की स्थिति की जांच करने में कर सकते हैं। इसके अलावा इससे मरीज और उसके आसपास रहने वालों को भी संभावित जोखिम का पता चल सकता है। मेरीलैंड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एस्पी-विलसन एप बनाने वाली इस परियोजना की अगुवाई कर रहे हैं।

दुनियाभर में 2.64करोड़ लोग गंभीर डिप्रेशन के शिकार

डब्ल्यूएचओ के अनुसार दुनियाभर में लगभग 2.64 करोड़ लोग गंभीर डिप्रेशन तथा अन्य दो करोड़ लोग सिजोफ्रेनिया के शिकार हैं। ये दोनों ही रोग आत्महत्या का पूर्व संकेतों में से एक हैं।

डिप्रेशन के लक्षण

  • डिप्रेशन के शिकार लोगों में हμतों या महीनों तक निराशा के भाव बने रह सकते हैं।
  • यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। एक अनुमान के अनुसार हर 10 में से एक व्यक्ति को कभी न कभी इस दौर से गुजरता है।
  • इसके लक्षण एवं प्रभाव अलग- अलग हो सकते हैं लेकिन लगातार उदास एवं आशाहीन रहना या अपनी रुचि की चीजों में भी मन नहीं लगना इसके संकेत हो सकते हैं।
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