सोनू सूद ने 2020 में लगे लॉकडाउन के समय प्रवासी मजदूरों को वापस छोड़ने में मदद की थी जिसके बाद वे कभी रुके ही नहीं। वे मदद करते गए और अभी भी कर रहे हैं। आपको बता दें कि 17 अप्रैल को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी जिसके दौरान भी उन्होंने हर संभव मदद करने की कोशिश की, जो की वाकई काबिल-ए-तारीफ है।
सोनू सूद ने गुरुवार को एक वीडियो शेयर करके केंद्र और राज्य सरकार से गुजारिश की है कि कोविड 19 महामारी में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों का भविष्य सिक्योर किया जाए। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा-हम सभी को साथ में आकर उन लोगों की मदद करनी है जिन्होंने महामारी में अपने खास लोगों को खोया है।
सोनू सूद ने कहा- मेरी केंद्र सरकार या राज्य सरकार से गुजारिश है कि एक नियम बनाया जाए जिसमें कोरोना के दौरान जिन लोगों ने अपने परिवार वाले खोए हैं उनके बच्चों की पढ़ाई स्कूल से लेकर कॉलेज तक फ्री की जाए। फिर चाहे वो सरकारी स्कूल में पढ़ें या प्राइवेट में. वह जो भी डिग्री लेना चाहे ले सकें। ताकि जिन बच्चों ने कोविड में अपने माता-पिता को खोया है उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।