Confusion of Muslims before Ramadan ends Grand Mufti said - Corona vaccine will not break Roza '

रमजान से पहले मुस्लिमों का भ्रम दूर, ग्रैंड मुफ्ती ने कहा- कोरोना वैक्सीन से नहीं टूटेगा रोजा’

रियाद : कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगवाने से क्या रोजा टूट जाएगा? अगले महीने शुरू होने वाले रमजान (Ramadan) से पहले मुस्लिम (Muslims) ये सवाल पूछ रहे हैं. मुस्लिमों में इस बात को लेकर भ्रम है कि रमजान के दौरान वैक्सीन से उनका रोजा बाधित होगा. हालांकि, सऊदी अरब (Saudi Arabia) के ग्रैंड मुफ्ती ने इस भ्रम को दूर करने का प्रयास किया है. मुफ्ती ने कहा है कि रोजा रखने पर वैक्सीन लगवाने से रोजा नहीं टूटेगा.

‘अरब न्यूज’ के मुताबिक, रमजान के पाक महीने से ठीक पहले सऊदी के ग्रैंड मुफ्ती शेख अब्दुल अजीज अल-अशेख (Sheikh Abdul Aziz Al-Asheikh) ने कहा कि रोजा करते समय कोरोना वायरस वैक्सीन प्राप्त करने में कुछ भी गलत नहीं है. इससे रोजा अमान्य नहीं होगा. उन्होंने आगे कहा कि वैक्‍सीन से रोजा रखने वाले व्‍यक्ति का रोजा नहीं टूटेगा, क्‍योंकि इसे फूड या ड्रिंक नहीं माना जाता है. वैक्‍सीन को शरीर के अंदर लगाया जाता है, इसलिए इससे रोजा नहीं टूटेगा.

Pork के इस्तेमाल को लेकर चिंता  – मुफ्ती की इस सफाई से निश्चित रूप से उन करोड़ों मुस्लिमों को राहत मिलेगी, जो अब तक रोजा में वैक्सीन लेने को लेकर संशय में थे. गौरतलब है कि इस साल रमजान का पाक महीना 12 या 13 अप्रैल से शुरू हो सकता है. हालांकि, सही तिथि का निर्धारण चांद देखने के आधार पर ही होगा. वहीं, ‘हिंदुस्तान’ की रिपोर्ट के अनुसार, मुस्लिम कोरोना वैक्सीन में पोर्क को इस्तेमाल को लेकर भी चिंतित हैं. हालांकि एस्ट्राजेनेका ने स्पष्ट कर दिया है कि उसके कोविड-19 के टीके में पोर्क का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया गया है.

दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया ने वैक्सीन में पोर्क होने का दावा किया था. उलेमा काउंसिल ने अपनी वेबसाइट पर टीके को हराम करार देकर इंडोनेशियाई मुसलमानों से इसका इस्तेमाल न करने को कहा है. काउंसिल का दावा है कि वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया ट्रिप्सिन का प्रयोग किया जाता है, जो सुअर के पैनक्रियाज से जुड़ा होता है. इसलिए वैक्सीन का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.

 

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