ग्वालियर। दिल्ली बॉर्डर पर किसान विरोधी तीन बिलों को वापस लेने की मांग पर अड़े किसानों के समर्थन में गुरुवार को पुरानी छावनी से कलेक्ट्रेट तक रैली जाना थी, लेकिन अफसरों ने फूलबाग पर पहुंचकर रैली रोक ली और ज्ञापन लेकर उसे राष्ट्रपति के पास पहुुंचाने का आश्वासन दे दिया। उधर मेला रोड पर एक पुलिस अधिकारी ने प्रचार वाहन का न सिर्फ कांच तोड़ दिया बल्कि माकपा नेता के साथ भी अभद्र व्यवहार किया। माकपा, संयुक्त मोर्चा, सहित कई संगठनों के नेतृत्व में पुरानी छावनी तक ट्रैक्टर रैली निकाली। यह रैली दस किलोमीटर दूर तक फूलबाग पर पहुुंच पाई थी कि एडीएम किशोर कान्याल ने वहां पहुंचकर ज्ञापन ले लिया और उन्हें कलेक्ट्रेट की और जाने की अपेक्षा घरों के लिए रवाना करा दिया।
प्रचार वाहन का कांच तोड़ा:
किसान आंदोलन के समर्थन में प्रचार कर रहे एक आॅटो के मेला रोड पर सीएसपी स्तर के एक अधिकारी ने कांच तोड़ दिए और माकपा के जिला सचिव अखिलेश यादव से भी अभद्र व्यवहार किया। एसपी तक मामला पहुंचने के बाद उन्होंने समझाइश देकर दोनों को शाांत कराया। अखिलेश यादव का कहना है कि हमने शांतिपूर्ण तरीके से फूलबाग पर ही रैली समाप्त की जबकि हमारा कार्यक्रम कलेक्ट्रेट तक पहुुंचने का था।
आज की बैठक के बाद तय होगी दिल्ली रैली :
किसान समर्थकों ने दो टूक कहा है कि आज दिल्ली में होने वाली बैठक के बाद तय होगा 26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर रैली का रोडमैप। फूलबाग पर किसानों के दर्द और उनकी पीड़ा को लेकर रैली में आई महिला बिलख पड़ी।
फूलबाग पर धरना जारी : सातवे दिन भी धरना जारी रहा। धरना स्थल पर कई विश्वजीत रतौनियां, राम विलास गोस्वामी, सुनीता गौतम, नरेन्द्र पांडेय, नत्थाराम बाथम सहित कई लोग उपस्थित रहे।