भोपाल। मुख्यमंत्री हाउस में वीआईपी के बीच साढ़े 4 घंटे से चल रही मीटिंग खत्म हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत और सह संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के बीच प्रदेश कार्यकारिणी, निगम और मंडल में एडजेस्टमेंट और मंत्रिमंडल विस्तार में नए नाम को लेकर चर्चा की गई। बैठक के बाद शिवराज और सिंधिया इंदौर रवाना हो गए।
माना जा रहा है कि जल्द नियुक्तियों को लेकर नाम फाइनल हो सकते हैं। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात की थी। 12 दिन में यह दूसरा मौका है, जब सिंधिया सीएम हाउस पहुंचे। उपचुनाव के एक माह बाद भी मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पाया है। दो पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को शिवराज कैबिनेट में शामिल होने का इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि इमरती देवी उपचुनाव हारने के बाद मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे चुकी हैं। लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है।
इससे पहले सिंधिया सुबह 11 बजे भोपाल पहुंच थे। वे एयरपोर्ट से सीधे सीएम हाउस पहुंचे। सीएम हाउस में सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट, गोविंद राजपूत, प्रद्युमन सिंह तोमर, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिसोदिया, ओपीएस भदौरिया, मुन्नालाल गोयल, जजपाल सिंह जज्जी, एदल सिंह कंषाना, गिर्राज दंडोतिया, गिरीश शर्मा और कृष्णा घाड़गे पहुंचे। मंत्री हरदीप सिंह डंग और पूर्व मंत्री सरजात सिंह भी सीएम हाउस पहुंचे थे।
शिवराज और सिंधिया के साथ पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट भी इंदौर गए हैं। तीनों नेता इंदौर में हाटपिपल्या से विधायक मनोज चौधरी की बेटी की शादीमें शामिल होंगे। सिंधिया इंदौर से देर शाम दिल्ली निकल जाएंगे। जबकि मुख्यमंत्री भोपाल लौट आएंगे।
दोनों नेताओं को दोपहर 2 बजे शाजापुर जाना था। लेकिन बैठक लंबी होने के कारण शाजापुर का कार्यक्रम निरस्त हो गया। हालांकि, शिवराज और सिंधिया ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शाजापुर में जनता को संबोधित किया। शिवराज ने कहा कि मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि शाजापुर के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। भाजपा सरकार में विकास की यह गंगा लगातार बहती रहे, इसके लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने शाजापुर के विकास कार्यों का वर्चुअल लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।